ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंंपियनशिप फाइनल (WTC Final 2023) में पहली पारी में अजिंक्य रहाणे ने 89 रनों की पारी खेलकर भारतीय टीम को संकट से निकाला, लेकिन भारत और मुंबई के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना ​​है कि अभी दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को ‘संकटमोचक’ ठीक नहीं है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए।

इसके बाद भारतीय टीम 71 रन पर 4 विकेट गंवा दी थी जब रविंद्र जडेजा के साथ रहाणे ने 71 रन की साझेदारी की। इसके बाद उन्होंने शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर 109 रन की साझेदारी की। इससे पहले इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले रहाणे को एक साल से अधिक समय के बाद भारतीय टीम में वापसी करने का मौका मिला। उन्होंने इस मौके को दोनों हाथों से लपका।

अजिंक्य रहाणे 89 रन पर आउट हुए

अजिंक्य रहाणे 89 रन पर आउट हो गए। कैमरन ग्रीन ने पैट कमिंस की डिलीवरी पर शानदार कैच लपका। भारत पहली पारी में 296 रन बनाकर आउट हुआ। अगर रहाणे ने यह पारी नहीं खेली होती तो रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम सस्ते में निपट गई होती। संजय मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो पर कहा, “मुझे नहीं लगता कि अजिंक्य रहाणे को संकटमोचक बल्लेबाज कहा जा सकता है। अभी एक और पारी बाकी है, संकट को इस तरह टालना है कि या तो आप मैच ड्रा कराएं या जीतें। लेकिन इस पारी में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है।”

अजिंक्य रहाणे 2.0 हैं

संजय मांजरेकर ने अजिंक्य रहाणे को लेकर आगे कहा, ” उन्हें संकटमोचक खिलाड़ी कहना … ऐसी पारी के बाद अजिंक्य रहाणे लो स्कोर करते हैं। कौन जानता है, अजिंक्य रहाणे टेस्ट बल्लेबाज 2.0 हो सकते हैं। हो सकता है, वह दूसरी पारी में भी अच्छा कर सकें।” रहाणे 18 महीने से टीम इंडिया के हिस्सा नहीं थे। श्रेयस अय्यर के चोटिल होने पर मौका मिला।