ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मुकाबले में टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह का एक और फिनिशिंग टच देखने को मिला। उन्होंने ओवर की आखिरी गेंद पर बड़ा शॉट लगाकर टीम को जीत दिलाई। हालांकि उनके शॉट से पहले नो बॉल के जरिए टीम को विजयी रन मिल गया था, लेकिन रिंकू ने मैच को जिस तरह से फिनिश किया उनके उस स्टाइल की तारीफ हो रही है। मैच खत्म होने के बाद जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने एमएस धोनी का नाम लिया।

धोनी की सलाह रिंकू के आई काम

बीसीसीआई ने रिंकू सिंह का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें रिंकू से सवाल किया गया कि आप जिस तरह गेम को आखिरी ओवर तक लेकर गए वह आपने कहां से सीखा? जवाब में रिंकू ने कहा कि मैं जब माही भाई से मिला था तो उन्होंने ही मुझे बताया था कि डेथ ओवर्स में जितना शांत होकर खेलोगे और जितना सामने की ओर मारने को देखोगे उतना ही फायदा होगा।

माही भाई की बात को करता हूं फॉलो- रिंकू

रिंकू ने कहा कि मैं माही भाई की उस बात को ही फॉलो करता हूं, कोशिश करता हूं कि गेम को आखिरी ओवर तक लेकर जाऊं और शांत रहूं। वहीं मुझे फायदा करता है। रिंकू ने दबाव में रहकर जिस अंदाज में बल्लेबाजी की और मैच को फिनिश किया उस स्टाइल ने एकदम धोनी की याद दिलाई। धोनी के बाद फिनिशर की भूमिका हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत ने निभाई है, लेकिन यह दोनों ही खिलाड़ी इस वक्त टीम से बाहर है। ऐसे में रिंकू ने उनकी कमी को पूरा किया है।

4 ओवर में 55 रन की जरूरत थी

रिंकू सिंह जब बल्लेबाजी के लिए आए थे तो उस वक्त भारतीय टीम को 4 ओवर में 55 रन की जरूरत थी। रिंकू ने संभलकर खेलना शुरू किया और धीरे-धीरे गेम को आखिरी ओवर तक ले गए। आखिरी ओवर में जब टीम को 6 बॉल में 7 रन चाहिए थे तो लग रहा था कि भारत आसानी से मैच जीत जाएगा, लेकिन इस ओवर में तीन विकेट गिरने से भारतीय टीम दबाव में आ गई है और मैच आखिरी बॉल तक गया। आखिरी बॉल पर 1 रन की जरूरत थी। रिंकू ने छक्का लगा दिया, लेकिन उससे पहले नो बॉल के चलते टीम को 1 रन मिल गया था।