बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के लिए नरेंद्र मोदी स्टेडियम तैयार है। इसके वीआईपी गेट पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीस का बड़ा पोस्टर लगा हुआ है। दोनों देशों के प्रधानमंत्री गुरुवार को टेस्ट मैच के पहले सत्र को देखने के लिए वहां मौजूद रहेंगे। दोनों देशों के क्रिकेट डिप्लोमेसी के बीच देखने वाली बात होगी कि क्या रिकॉर्ड संख्या में लोग मैच देखने आएंगे और मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड का रिकॉर्ड टूटेगा?
एक व्यस्त स्थानीय क्रिकेट अधिकारी ने मोबाइल फोन की रिंग की अनदेखी करते हुए कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय मैच जैसी सामान्य तैयारी हो रही है और वे अब दोनों देशों के प्रधानमंत्री कार्यालय से निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि गुरुवार की सुबह क्या होना इसके बारे में पता चल सके। उन्होंने कहा, “हमें प्रधानमंत्रियों के प्रोटोकॉल के बारे में सूचित किया जाएगा और इसके बाद विभिन्न गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। यह दुनिया में अपनी तरह का अनूठा आयोजन है। आपने दो प्रधानमंत्रियों के क्रिकेट मैच को लाइव देखने के बारे में कब सुना है? हम अपनी तरफ से सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्टेडियम खचाखच भरा रहे।”
टिकट की कीमत काफी कम
उपमहाद्वीप में क्रिकेट कूटनीति (Cricket Diplomacy) कोई नई बात नहीं है। भारत और पाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष वर्षों से राजनीतिक बयान देने के लिए क्रिकेट का सहारा लेते रहे हैं। डॉन ब्रैडमैन के वक्त से ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री क्रिकेट प्रशंसक रहे हैं और मैच देखने खचाखच भरे स्टेडियम में पहुंचते हैं। भारत – ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट के लिए टिकट की कीमत काफी कम है। लगभग 90 प्रतिशत की कीमत 200 रुपये और 350 रुपये है। ऐसे में उम्मीद है कि पहले दिन नरेंद्र मोदी स्टेडियम अपनी पूरी क्षमता 1,32,000 के करीब भर जाएगा। अधिकारी ने कहा, “इसे लेकर प्रदेश भर से काफी दिलचस्पी है। अगले कुछ दिनों में हम टिकटों की बिक्री का जायजा लेंगे और अगर टिकट नहीं बिके हैं तो हम उन्हें कॉरपोरेट्स को देंगे या स्कूली बच्चों को आमंत्रित करेंगे। समस्या यह है कि इन दिनों स्कूल की परीक्षाएं चल रही हैं।”
स्टाफ की संख्या 4000 से 14000 हुई
टिकट बंटवारे में शामिल लोग दिलचस्प आंकड़े बताते हैं। उन्होंने कहा, “हमने अभी तक करीब 75,000 सस्ते टिकट बेचे हैं और मुझे नहीं लगता कि और भी उपलब्ध हैं। आपको यह समझने की जरूरत है कि दोनों प्रधानमंत्रियों के यहां होने से टिकट का पूरा समीकरण बदल जाता है। एक सामान्य मैच में, स्टेडियम में कुल 4,000 स्टाफ होते हैं। इसमें वेंडर, सुरक्षा और अन्य अधिकारी सभी शामिल है। एक बार जब यह घोषणा की गई कि प्रधानमंत्री होंगे, तो यह संख्या 14,000 हो गई है।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड का रिकॉर्ड टूटेगा
नरेंद्र मोदी स्टेडियम के पास पुलिस की मौजूदगी धीरे-धीरे बढ़ रही है और इसके पार्किंग एरिया में भी भीड़ हो रही है। ग्राउंड्रसमैन भी एक्सट्रा शिफ्ट कर रहे हैं। यदि दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में एक लाख से ज्यादा लोग मैच देखने आते हैं, तो यह में टेस्ट मैच देखने आए दर्शकों के एक दिन का विश्व रिकॉर्ड को तोड़ देगा। पिछला रिकॉर्ड मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के नाम है। साल 2013-14 एशेज का मैच देखने के लिए 91,112 लोग आए थे।