बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और ऑस्ट्रेलिया के बीच भारतीय टीम का सिर्फ खिलाड़ी रोड़ा बन सकता था। वह खिलाड़ी हैं प्लेयर ऑफ द सीरीज जसप्रीत बुमराह। बुमराह ने अकेले दम पर भारत को सीरीज में बनाए रखा। उन्होंने 13.06 के औसत से 32 विकेट लिए। कमजोर गेंदबाजी लाइन अप के कारण बुमराह का वर्कलोड मैनेज नहीं हुआ। इसका नतीजा था कि सिडनी टेस्ट में उनकी पीठ में समस्या हो गई। वह दूसरे दिन लंच के बाद मैदान से बाहर गए। पीठ का स्कैन कराया और बाकी टेस्ट में गेंदबाजी नहीं कर पाए।
सिडनी टेस्ट में हार के बाद भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा कि वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया से 3-1 से मिली हार से निराश हैं, लेकिन सीरीज उनकी टीम के लिए बहुत खराब नहीं रही। उन्हें सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की पिच पर गेंदबाजी न करने का मलाल रह गया। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान दूसरे स्पेल में तकलीफ महसूस हुई।
पूरी सीरीज में अच्छी लड़ाई देखने को मिली
बुमराह ने प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद कहा, “बहुत सारे अगर-मगर हैं क्योंकि पूरी सीरीज में अच्छी लड़ाई देखने को मिली। ऐसा नहीं है कि यह पूरी तरह से एकतरफा थी। जो भी टीम अपना धैर्य बनाए रखेगी और एक साथ रहेगी, वह जीतेगी।” बुमराह की चोट शनिवार को लगी थी और स्टार सीमर के पास के क्लिनिक में मेडिकल स्कैन से लौटने के बाद भारतीय टीम ने इसे “पीठ में ऐंठन” बताया था। बुमराह की अप्रैल 2023 में स्ट्रेस फ्रैक्चर होने के बाद पीठ की सर्जरी हुई थी।
सिडनी में गेंदबाजी न कर पाने का मलाल
बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं की। इसका उन्हें मलाल है। उन्होंने कहा, “न खेल पाने से निराश हूं। कभी-कभी, आपको अपने शरीर का सम्मान करना होता है। आप अपने शरीर से नहीं लड़ सकते। निराशाजनक, मैं शायद सीरीज के सबसे मसालेदार विकेट पर खेलने से चूक गया। पहली पारी में अपने दूसरे स्पैल के दौरान थोड़ी असहजता महसूस हुई।”
क्या मिली सीख
सीरीज से मिली सीख के बारे में पूछे जाने पर बुमराह ने कहा, “लंबे समय तक खेल में बने रहना, दबाव बनाना, दबाव को झेलना और स्थिति के अनुसार खेलना। टेस्ट क्रिकेट में आपको खुद को ढालना होता है और ये सीख भविष्य में हमारी मदद करेगी।” बुमराह ने कहा कि यशस्वी जायसवाल और नितीश कुमार रेड्डी जैसे युवा सितारे इस सीरीज से सीख लेंगे और भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएंगे।
युवा खिलाड़ियों को अनुभव मिला
बुमराह ने कहा, “बहुत से युवा खिलाड़ी आए हैं और उन्हें मिली सीख हमें भविष्य में मदद करेगी। उन्होंने बहुत अनुभव प्राप्त किया है और वे आगे बढ़ते रहेंगे। यह सब अनुकूलन और सीखने पर निर्भर है। हम जो सीखते हैं उसे आगे ले जाना चाहते हैं। वे निराश हैं कि हम जीत नहीं पाए।” कोच गौतम गंभीर रविवार को मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे। उन्होंनो रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य पर बयान दिया। पूरी खबर पढ़ें।