ऑस्ट्रेलिया में नवंबर 2024 में पर्थ में शानदार जीत के साथ शुरू हुआ भारतीय टीम का सफर जनवरी 2025 में सिडनी में हार और कई सवालों के साथ समाप्त हुआ। सबसे बड़ा सवाल भारतीय टीम में बदलाव के दौर से है। सीनियर खिलाड़ी विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा के लिए सीरीज काफी खराब रही। पांच टेस्ट मैचों की नौ पारियों में विराट कोहली सिर्फ 190 रन ही बना पाए। उनके बल्ले से एकमात्र बड़ी पारी पर्थ में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में आया था, जहां वे 100 रन बनाकर नाबाद रहे थे।
अगली सात पारियों में उनका उच्चतम स्कोर 36 रहा। इस बीच कप्तान रोहित शर्मा अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पर्थ टेस्ट नहीं खेले थे। सिडनी टेस्ट से बाहर रहे। वह तीन टेस्ट में सिर्फ 31 रन ही बना पाए। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन के बीच सिडनी टेस्ट के पहले दिन इंडियन एक्सप्रेस ने जानकारी दी कि चयनकर्ताओं ने रोहित शर्मा को बताया दिया है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टेस्ट के लिए उनपर विचार नहीं होगा।
विराट कोहली को लेकर खबर थी कि सीरीज के बाद उनके भविष्य पर बात होगी। जबकि रविंद्र जडेजा योजनाओं में बने रहेंगे। पांचवें टेस्ट में हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर से सीनियर क्रिकेटर रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य पर सवाल हुआ। उन्होंने कहा कि दोनों में अभी भी ‘जुनून’ और ‘भूख’ है।
गंभीर ने रोहित और कोहली के भविष्य पर क्या कहा?
गंभीर ने रोहित और कोहली के भविष्य पर कहा, “मैं किसी भी खिलाड़ी के भविष्य के बारे में बात नहीं कर सकता। यह उन पर भी निर्भर करता है। मैं बस इतना कह सकता हूं कि उनमें अभी भी भूख है। उनमें अभी भी जुनून है, वे काफी कठोर हैं। और उम्मीद है कि वे इसे जारी रखेंगे और इसे आगे बढ़ाएंगे। लेकिन आखिरकार जैसा कि हम सभी जानते हैं वे जो भी योजना बनाएंगे, वह सर्वश्रेष्ठ होगी।”
गंभीर ने रोहित की तारीफ की
कोच गंभीर ने रोहित के सिडनी टेस्ट से बाहर रहने के फैसले की तारीफ की है। उन्होंने कहा, “मैं कहना चाहूंगा कि इतनी सारी रिपोर्ट लिखी गई हैं और इतनी सारी बातें कही गई हैं। कम से कम, हम उस संबंध में थोड़ा और समझदार हो सकते हैं। अगर एक कप्तान, एक कप्तान भी नहीं अगर एक लीडर ने अपनी टीम से आगे बढ़कर यह फैसला लिया है, तो मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है। बहुत सारी बातें कही गई हैं। सबसे महत्वपूर्ण चीज टीम है और सबसे महत्वपूर्ण चीज देश है।”
यह देश की टीम है
टीम के भविष्य के बारे में गंभीर ने कहा, “हर व्यक्ति जानता है कि उसका खेल और उसकी मेहनत किसी भी खेल और किसी भी पेशे के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है। यह सिर्फ खेल के बारे में नहीं है। यह आप कितने भूखे हैं, आप कितने भावुक हैं और क्या टीम आपके योगदान से आगे बढ़ रही है या नहीं इसका भी सवाल है। क्योंकि आखिरकार यह न तो मेरी टीम है और न ही आपकी टीम, यह देश की टीम है।”
गौतम गंभीर अपने रोल को लेकर क्या बोले?
गंभीर ने कहा, “मेरा मानना है कि, जैसा कि मैंने कहा, हमारे ड्रेसिंग रूम में बहुत ईमानदार खिलाड़ी हैं, जो जानते हैं कि वे कितने भूखे हैं और क्या टीम उनके योगदान से आगे बढ़ सकती है। केवल एक या दो खिलाड़ी नहीं। अगर मैं केवल दो या तीन खिलाड़ियों के प्रति निष्पक्ष हूं और दूसरों के प्रति नहीं, तो मैं खुद के प्रति बेईमान हो रहा हूं। इसलिए, चाहे वह खिलाड़ी हो जिसने अभी तक पदार्पण नहीं किया है, या वह खिलाड़ी जिसने 100 टेस्ट मैच खेले हैं, मेरा सरल लक्ष्य है कि मुझे सभी के प्रति बिल्कुल निष्पक्ष और समान होना है।”
10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया की टीम 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती। भारतीय टीम का लगातार तीसरा डब्ल्यटीसी फाइनल खेलने का सपना टूट गया। इस बीच जसप्रीत बुमराह चोटिल हो गए। पूरी सीरीज में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करके भारत को सीरीज में बनाए रखा। सिडनी टेस्ट वह कप्तान थे। पीठ में दिक्कत के बाद पांचवें टेस्ट के दूसरे दिन मैदान से बाहर चले गए। इसके बाद उन्होंने मैच में गेंदबाजी नहीं की। पूरी खबर पढ़ें।