मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में भारतीय क्रिकेट टीम को 10 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को नहीं देखकर स्टेडियम में बैठे दर्शक बेहद नाराज दिखे। फैंस की इस नाराजगी की गाज टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज केएल राहुल पर पड़ी। दरअसल, इस मैच में ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण केएल राहुल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी उठानी पड़ी। इस दौरान फैंस ने उनकी हूटिंग की। हालांकि, दर्शकों का इस तरह हूटिंग करना कप्तान विराट कोहली को बेहद नागवार गुजरा है।
KL Rahul misses the ball
Crowd starts chanting Dhoni… Dhoni #INDvsAUS #Dhoni pic.twitter.com/Oc6CcelfjJ
— Vinesh Prabhu (@vlp1994) January 14, 2020
मैच के दौरान केएल राहुल (KL Rahul) विकेट के पीछे गेंद पकड़ने में असफल रहे, तो स्टेडियम में बैठे दर्शक धोनी-धोनी के नारे लगाने लगे। बता दें कि पंत को महेंद्र सिंह धोनी की जगह स्थायी विकेटकीपर बनाया गया है। हालांकि, वे खुद को साबित करने में लगातार असफल रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें टीम प्रबंधन मौका दे रहा है। ऋषभ ने सिर्फ बल्लेबाजी में फेल हो रहे हैं, बल्कि विकेट के पीछे भी उनका प्रदर्शन उत्साहवर्धक नहीं है। यही वजह है कि मैच के दौरान जब भी वे गेंद पकड़ने से चूक जाते हैं या उनसे कैच छूट जाता है तो वे फैंस उनकी हूटिंग करने लगते हैं। स्टेडियम में उनके खिलाफ कई बार धोनी-धोनी के नारे लगे हैं।
हालांकि, विराट कोहली इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। कोहली ने कहा था कि किसी भी खिलाड़ी को समर्थन करने की बजाए ऐसी हरकतें करना उसके आत्मविश्वास पर आघात करती हैं। मंगलवार यानी 14 जनवरी 2020 को हुए मैच के दौरान फैंस ने कुछ ऐसा ही केएल राहुल के साथ किया। विकेटकीपिंग के दौरान केएल राहुल से डेविड वॉर्नर का मुश्किल कैच भी छूट गया। इसके बाद स्टेडियम में बैठे दर्शक धोनी-धोनी के नारे लगाने लगे।
बता दें कि केएल राहुल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में विकेटकीपर के तौर पर भले ही बहुत सफल नहीं हुए हों, लेकिन बल्लेबाजी में उन्होंने टीम इंडिया को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। राहुल तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। उन्होंने शिखर धवन के साथ मिलकर 100 से ज्यादा रन की साझेदारी की। हालांकि, उनके आउट होने के बाद ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा को छोड़ दें तो पूरी टीम आया राम- गया राम हो गई। यही वजह रही है कि टीम इंडिया पूरे 50 ओवर भी बल्लेबाजी नहीं कर पाई और 255 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई।
