दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज लेग स्पिनर इमरान ताहिर को इस बात का अफसोस है कि उन्हें पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। ताहिर विकेट लेने के बाद अलग तरह के सेलिब्रेशन के लिए मशहूर हैं। वे आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेलते हैं। ताहिर ने पिछले कुछ सालों में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट की अच्छी सेवा की है, लेकिन लाहौर में पैदा हुए इस स्पिनर को शुरुआती दिनो में वहां खेलने के बाद भी राष्ट्रीय टीम में नहीं लिया गया।
ताहिर ने पाकिस्तान के जिओ सुपर से बातचीत में कहा, ‘‘मैं लाहौर में क्रिकेट खेलता था और जहां तक मैं पहुंचा हूं उसमें इसकी बड़ी भूमिक है। मैंने अपना अधिकांश क्रिकेट पाकिस्तान में खेला, लेकिन यहां मौका नहीं मिला, जिसके लिए मैं निराश हूं। पाकिस्तान छोड़ना मुश्किल था, लेकिन ईश्वर ने मुझे आशीर्वाद दिया। दक्षिण अफ्रीका के लिए खेलने का सबसे ज्यादा श्रेय मेरी पत्नी को जाता है।’’ ताहिर को सुमाया दिलदार से प्यार हुआ था और बाद में दोनों ने शादी कर ली। सुमाया हिंदू हैं।
ताहिर दक्षिण अफ्रीका में बसने से पहले पाकिस्तान अंडर-19 और पाकिस्तान-ए के लिए खेले थे। बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिली थी। इसके बाद वे पत्नी के कहने पर दक्षिण अफ्रीका चले गए और वहीं से खेलना शुरू किया। ताहिर ने दक्षिण अफ्रीका के लिए पहला मैच 24 फरवरी 2011 को खेला था। दिल्ली में वर्ल्ड कप के मुकाबले में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने डेब्यू किया था। इसके बाद 2011 में केपटाउन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट और 2013 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में टी20 मैच में डेब्यू किया था।
ताहिर 20 टेस्ट में 57, 107 वनडे में 173 और 38 टी20 में 57 विकेट लिए थे। उन्होंने पिछले साल वर्ल्ड कप के बाद वनडे करियर से संन्यास ले लिया था। ताहिर ने 2015 में भारत के खिलाफ आखिरी टेस्ट, 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी वनडे और 2019 में श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टी20 खेला था। ताहिर आईपीएल में भी बेहतरीन स्पिनर साबित हुए हैं। आईपीएल में उन्होंने 55 मैच में 79 विकेट लिए थे।