भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की पहचान एक आक्रामक बैटर के रूप में थी और वो विरोधी गेंदबाजों पर हावी होकर खेलने के लिए जाने जाते थे। अब हाल ही में सहवाग ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने क्रिकेट करियर के दौरान घटी कुछ घटनाओं पर बात की साथ ही टीम इंडिया की फिटनेस कल्चर को लेकर भी अपनी राय जाहिर की।

ग्रेग चैपल ने ड्रॉप करने की दी थी धमकी

सहवाग से द लाइफ सेवर्स शो के दौरान पूछा गया कि क्या आपको कभी किसी की बात से ठेस पहुंची है तो इसका जबाव देते हुए ग्रेग चैपल का जिक्र किया जो टीम इंडिया के पूर्व कोच थे। सहवाग ने कहा कि हां, ग्रेग चैपल की इस बात ने मुझे काफी आहत किया था। उन्होंने कहा कि मैं उस वक्त लीन पैच से गुजर रहा था और चैपल ने मुझसे कहा कि अगर तुम अपने पैर को मूव नहीं करोगे तो रन नहीं बना पाओगे। इसके बाद मैंने उन्हें जबाव दिया कि ग्रेग, मैंने 50 से ज्यादा की औसत से 6000 से ज्यादा रन बनाए हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं।

सहवाग ने आगे कहा कि हमारे बीच इस बात पर तीखी बहस हुई, लेकिन फिर राहुल द्रविड़ आए और हमें अलग कर दिया। बाद में जब मैं बैटिंग करने के लिए जा रहा था तब ग्रेग ने मुझसे कहा कि अगर तुमने रन नहीं बनाए तो मैं तुम्हें ड्रॉप कर दूंगा। इसके बाद मैंने उस मैच में दूसरे सत्र तक 184 रन बना लिए थे और उसके बाद मैंने राहुल द्रविड़ से कहा कि अपने कोच से कहो कि मेरे पास ना आए।

कोहली हैं इस युग के सबसे फिट क्रिकेटर

सहवाग ने खेल में फिटनेस की अहमियत पर बात करते हुए कहा कि वर्ल्ड क्रिकेट में फिटनेस का चलन शुरू करने के लिए वो विराट कोहली को सलाम करते हैं। वो भारतीय क्रिकेट में फिटनेस कल्चर लेकर आए थे और वो इस युग के सबसे फिट क्रिकेटर हैं। अब विराट कोहली की वजह से हर युवा क्रिकेटर फिट रहना चाहता है। विराट कोहली की फिटनेस सबके से लिए एक प्रेरणा है और इससे काफी कुछ सीखा जा सकता है।