भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच दोस्ती की कहानी नई नहीं है। हरभजन सिंह और शोएब अख्तर लंबे समय तक दोस्त रहे हैं। वर्ल्ड कप 2011 में भारत और पाकिस्तान के बीच सेमीफाइनल मैच खेला गया था। इस मैच में अख्तर नहीं खेले थे, लेकिन उन्होंने हरभजन से मदद मांगी थी। भज्जी ने एक इंटरव्यू में यह रोचक किस्सा सुनाया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपने परिवार के लिए मोहाली सेमीफाइनल का टिकट मांगने आए थे।
हरभजन ने स्पोर्ट्स टुडे को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने अख्तर के परिवार के लिए कुछ टिकटों की व्यवस्था की थी। भज्जी ने आगे कहा कि अख्तर एक बार फिर उनके पास वानखेड़े में खेले गए फाइनल के लिए टिकट मांगने आए थे। पूर्व भारतीय स्पिनर ने तब अख्तर को टिकट देने से पहले कहा था कि फाइनल में भारत जाएगा पाकिस्तान नहीं। शोएब को पाकिस्तान की टीम ने सेमीफाइनल मैच में प्लेइंग-11 में भी शामिल नहीं किया था। मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे। भारत 29 रन से जीतकर फाइनल में पहुंचा था। हरभजन ने 43 रन देकर 2 विकेट लिए।
हरभजन ने कहा, ‘‘शोएब अख्तर ने इंडिया-पाकिस्तान सेमीफाइनल मुकाबले से पहले मुझसे मैच के टिकट मांगे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से उनके कुछ फैमिली और रिश्तेदार आए हैं और उन्हें टिकटों की जरुरत है। मैंने कहा कि कोई दिक्कत नहीं है। इसके बाद मैंने किसी तरह चार टिकट की व्यवस्था की। जब मैं वो टिकट शोएब अख्तर को देने गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि अगर फाइनल मैचों के टिकट की भी व्यवस्था हो जाती तो और भी अच्छा होता। मैंने उनसे पूछा कि वो फाइनल मैचों के टिकटों का क्या करेंगे?’’
भज्जी ने आगे बताया, ‘‘फाइनल के लिए टिकट क्यों लेंगे इस पर अख्तर ने कहा था पाकिस्तान की टीम फाइनल में पहुंचेगी। मैंने कहा कि अगर तुम मुंबई में फाइनल खेलने जा रहे हो तो हम कहां जा रहे हैं? भारत की टीम फाइनल खेलेगी। तुम जरुर आना देखने, मैं तुम्हें चार और टिकट दूंगा और आकर आराम से मैच देखना।’’ भारत ने वर्ल्ड कप के फाइनल में श्रीलंका को हराया था। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यादगार छक्का लगाया था।