एशिया कप में भारत-पाकिस्‍तान के बीच मैच से पहले टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ को कोरोना हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनका एशिया कप में हिस्सा ले पाना मुश्किल है। हालांकि, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्‍त्री का कहना है कि राहुल द्रविड़ 28 अगस्त से पहले ठीक होकर टीम के साथ जुड़ जाएंगे। साथ ही उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड में खुद के कोरोना संक्रमित होने के बारे में भी बात की।

रवि शास्त्री का कहना है कि यदि पिछले साल उन्हें 6-7 दिनों के भीतर ड्रेसिंग रूम में जाने दिया जाता तो टीम इंडिया मैनचेस्टर टेस्ट खेलती भी और जीतती भी। रवि शास्त्री ने एशिया कप 2022 के आधिकारिक प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्ट्स की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं।

रवि शास्त्री ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इससे बहुत फर्क पड़ेगा। आज इसे कोविड-19 कहते हैं। हालांकि, यह सिर्फ एक फ्लू है। तीन-चार दिन में ठीक हो जाएगा और वह टीम के साथ जुड़ जाएंगे।’ बता दें कि टीम इंडिया सोमवार 23 अगस्त 2022 की सुबह यूएई के लिए रवाना हुई, लेकिन उनके साथ द्रविड़ नहीं थे।

राहुल द्रविड़ की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठे तब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बताया कि मुख्‍य कोच को करोना हो गया है। वह बीसीसीआई की मेडिकल टीम की निगरानी में हैं। उन्हें हल्के लक्षण हैं। कोविड-19 की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह टीम के साथ जुड़ेंगे।

द्रविड़ के कोरोना संक्रमित होने के बाद लोगों के जेहन में मैनचेस्टर टेस्ट मैच की यादें ताजा हो गईं। तब भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड दौरे पर कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। कोरोना का इतना तगड़ा प्रकोप था कि 5वां टेस्ट जो 10 सितंबर 2021 से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में होना था उसे स्थगित करना पड़ा था।

भारतीय खेमे में सबसे पहले रवि शास्त्री को कोरोना हुआ था। वह चौथे टेस्ट के दौरान संक्रमित हो गए थे। टीम के फिजियोथेरेपिस्ट योगेश परमार के कोरोना संक्रमित होने के बाद चीजें गंभीर हुईं और पांचवां टेस्ट खतरे में पड़ गया। योगेश परमार, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा समेत कई भारतीय खिलाड़ियों के करीबी संपर्क में थे।

हालांकि, इन सभी के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन दूसरे दौर के परीक्षण की रिपोर्ट आनी बाकी थी। बहुत विचार-विमर्श के बाद, बीसीसीआई और ईसीबी ने मैनचेस्टर टेस्ट स्थगित करने का फैसला लिया था। इसके बाद स्थगित टेस्ट के बारे में बहुत कुछ कहा और बोला गया।

इंग्लैंड के कई पूर्व खिलाड़ियों की राय थी कि भारत आईपीएल के लिए तैयार होने के लिए इंग्लैंड से बाहर निकलना चाहता था। इसी कारण मैनचेस्टर टेस्ट को स्थगित किया गया। शास्त्री पहले भी भारतीय टीम में मौजूद स्थिति के बारे में खुलकर बात कर चुके हैं।

रवि शास्त्री ने 23 अगस्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पिछले साल जब मुझे कोविड हुआ था तो मैं 6-7 दिन में ड्रेसिंग रूम में जा सकता था और मैं आपसे वादा करता हूं कि अगर मुझे 6-7 दिनों में ड्रेसिंग रूम में जाने दिया जाता तो भारत ओल्ड ट्रैफर्ड में वह टेस्ट मैच खेलता और जीत भी जाता।’