भारत के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कमेंट्री और नेतागिरी में हाथ आजमाया और दोनों में सफल रहे। वे नियमित तौर पर कमेंटेटर या क्रिकेट एक्सपर्ट की भूमिका में नजर आते हैं। दूसरी तरफ, वे भाजपा से लोकसभा सांसद भी हैं। गंभीर कई बार रवि शास्त्री पर उनके करियर को खत्म करने का आरोप लगाते रहते हैं। यहां तक कि शास्त्री ने जब मौजूदा टीम इंडिया को सर्वश्रेष्ठ बताया था तो गंभीर ने जमकर हमला किया था।

रवि शास्त्री ने दो साल पहले टीम इंडिया के बारे में बयान देते हुए कहा था कि यह पिछले 15 सालों की बेस्ट टीम है। इस पर गंभीर ने उनको करारा जवाब दिया था। उन्होंने न्यूज नेशन को दिए इंटरव्यू में कहा था, ‘‘उनकी बात से पूरा देश सहमत नहीं था। अगर देश सहमत रहता तो लोग रिएक्ट जरूर करते। पहली बात तो ये कि चाहे आप विदेश में जीतो या नहीं जीतो। जैसा मर्जी प्रदर्शन करो। वर्ल्ड कप जीतने के बाद भी महेंद्र सिंह धोनी और गैरी कर्स्टन ने ये नहीं कहा कि ये इंडिया की अब तक की नंबर एक टीम है। वर्ल्ड कप 2011 जीतने के बाद किसी से ऐसी बात सुनी थी क्या?’’

गंभीर ने आगे कहा था, ‘‘मैंने या सचिन तेंदुलकर, धोनी या कर्स्टन किसी ने भी ऐसा बयान नहीं दिया था। हम तो उस समय वर्ल्ड चैंपियन थे। हमें ये सोचना चाहिए कि टीम कैसे और ज्यादा मजबूत बन सकती है। आप इंग्लैंड में 4-1 से हारकर आए हो और दक्षिण अफ्रीका में हारे हो तो कैसे इस तरह का बयान दे सकते हो। मैंने तो इसे ज्यादा सीरियस होकर नहीं लिया था। मुझे ये भी पता है कि लोगों ने भी इस बयान को ज्यादा तवज्जों नहीं दी होगी।’’

धोनी के साथ अपने रिश्ते पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरा धोनी के साथ अच्छा रिश्ता है। हमदोनों ने करियर की सारी उपलब्धियां एक साथ ही हासिल की हैं। दो वर्ल्ड कप जीतना, नंबर एक टेस्ट टीम बनना, ऑस्ट्रेलिया में सीबी सीरीज जीतना, न्यूजीलैंड में सीरीज जीतना, दक्षिण अफ्रीका में सीरीज ड्रॉ कराई थी। हम हमेशा साथ रहे हैं। जब एक कप्तान और उपकप्तान साथ होता है तो विवाद हो ही नहीं सकता है। अफवाहों को हवा देना लोगों का काम है।’’