एशेज सीरीज 2023 के पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 2 विकेट से हराया। ऑस्ट्रेलिया को मैच में जीत के लिए 281 रन का लक्ष्य मिला था, जो उसने 92.3 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। बर्मिंघम के एजबेस्टन में खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की ओर से कई रिकॉर्ड्स बने। आइए एक नजर उन रिकॉर्ड्स पर डालते हैं।

साल 1948 के बाद यह पहला मौका है, जब ऑस्ट्रेलिया ने किसी एशेज टेस्ट की चौथी पारी में 250 से ऊपर के लक्ष्य का सफलतापूर्वक हासिल किया गया। इससे पहले हेंडिग्ले में 1948 में ऑस्ट्रेलिया ने चौथी पारी में 404 रन बनाकर टेस्ट मैच जीता था। एशेज में ऑस्ट्रेलिया के लिए यह चौथी सबसे बड़ी चेज है।

साल 1949 से 2022 तक 31 एशेज सीरीज हुईं हैं। इममें ऑस्ट्रेलिया को चौथी पारी में 250 से ज्यादा रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन वह एक बार भी हासिल नहीं कर पाया। इस दौरान 31 में से 18 टेस्ट मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, जबकि अन्य मैच ड्रॉ रहे।

ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले 2011 में 250 के ऊपर के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया था। तब उन्होंने जोहानिसबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथी पारी में 310 रन बनाए थे। खास यह है कि पैट कमिंस का वह डेब्यू टेस्ट मैच था। कमिंस ने उस टेस्ट में इमरान ताहिर की गेंद पर चौका लगाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई थी।

2011 में भी कमिंस ने चौका लगाकर ऑस्ट्रेलिया को दिलाई थी जीत

इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में भी कमिंस ने चौका लगाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। साल 2011 से एजबेस्टन टेस्ट से पहले तक ऑस्ट्रेलिया ने 250 से ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 21 में से 19 मैच गंवाए हैं।

एजबेस्टन टेस्ट मैच से पहले इंग्लैंड ने लगातार 26 बार विपक्षी टीम को चौथी पारी में ऑलआउट किया था। ऑस्ट्रेलिया ने 1999 और 2001 के बीच ऐसा लगातार 33 बार किया था। ऐसा ही इंग्लैंड ने 1885 से 1896 के दौरान 59 पारियों में किया था।

यह 8वां टेस्ट मैच है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 2 या उससे कम विकेट से जीत हासिल की है। ऑस्ट्रेलिया ने 2011 के बाद पहली बार 2 या उससे कम विकेट से जीत हासिल की है। साल 2011 में जोहानिसबर्ग में ऑस्ट्रेलिया ने 310 रन के लक्ष्य हासिल करने में 8 विकेट गंवा दिए थे। टेस्ट क्रिकेट में यह पांचवां मौका है, जब इंग्लैंड ने चौथी पारी में 8 विकेट हासिल करने के बावजूद मुकाबला गंवा दिया हो। एशेज में अब तक सिर्फ तीन बार ही ऐसा हुआ है जब जब किसी टीम ने अपनी पहली पारी घोषित की हो और उसे हार झेलनी पड़ी हो।

पैट कमिंस और नाथन लियोन के बीच नाबाद 55 रन की पार्टनरशिप टेस्ट इतिहास की 7वीं सबसे बड़ी साझेदारी (9वें या 10वें विकेट के लिए चौथी पारी में सफलतपूर्वक चेज करते हुए) है। ऑस्ट्रेलिया की ओर से यह दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले टिब्बी कॉटर और गेरी हैजलिट ने 1907 में इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी टेस्ट में 9वें विकेट के लिए नाबाद 56 रन जोड़े थे और 274 रन का लक्ष्य हासिल किया था।

मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ के नाम हुआ अनचाहा रिकॉर्ड

मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ ने सिर्फ 35 रन जोड़े। यह ऑस्ट्रेलिया के लिए किसी जीते हुए मैच में 3 और 4 नंबर के बल्लेबाजों की ओर से दिया गया तीसरा सबसे कम स्कोर है। इससे पहले 1888 में लॉर्ड्स टेस्ट में हैरी ट्रॉट और जॉर्ज बॉनर ने सिर्फ 17 रन का योगदान दिया था। ऑस्ट्रेलिया ने वह मैच 61 रन से जीता था। साल 1882 में सिडनी टेस्ट में बिली मर्डोक और टॉम हॉरन ने सिर्फ 27 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सीरीज का वह मैच भी जीता था।