प्रीतीश राज। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में दिल्ली स्टेट यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अंडर-18 400 मीटर बॉयज फाइनल में फॉड का मामला सामने आया है। दौड़ के बाद कांस्य पदक विजेता ने आरोप लगाया कि दूसरे स्थान पर रहने वाला एथलीट हीट में नहीं दौड़ा था। उसकी जगह पर कोई और था। कांस्य विजेता ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि रजत पदक विजेता की उम्र अधिक थी। इसके बाद दिल्ली एथलेटिक्स ने जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली एथलेटिक्स को आधिकारिक शिकायत में कांस्य विजेता ने कहा, “वह अधिक उम्र का है और फाइनल रेस में नहीं था। उसकी जगह कोई और दौड़ा।” शिकायत में कहा गया है कि फाइनल में हिस्सा लेने वाले एथलीट ने वही बिब (रेस में दौड़ने वालों का ड्रेस) पहना था, जो हीट में हिस्सा लेने वाले एथलीट ने पहना था।
पदक बदला
आरोपों के बाद दिल्ली एथलेटिक्स ने शिकायतकर्ता का पदक अस्थायी तौर अपग्रेड कर दिया। ब्रॉन्ज मेडल सिल्वर में बदल गया। दिल्ली एथलेटिक्स सचिव पार्थ गोस्वामी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हम इस मामले की जांच कर रहे हैं कि बिब कैसे बदला गया और ओवरएज के आरोपों के बारे में भी।” पार्थ ने यह भी कहा कि इस बात की जांच की जा रही है कि क्या स्वर्ण पदक विजेता की उम्र अधिक है, क्योंकि वह जन्म प्रमाण पत्र दिखाने में विफल रहा। पार्थ ने कहा, “हम ब्यॉज की 400 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता की अधिक उम्र के मामले की जांच कर रहे हैं।”
नेशनल यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए चयन रविवार को
बिहार के पटना में 10 मार्च से शुरू होने वाली नेशनल यूथ एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए टीम का चयन रविवार (2 मार्च) को किया जाएगा। दिल्ली सीनियर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 2023 संस्करण में मेंस की 100 मीटर स्पर्धा में एक को छोड़कर सभी फाइनलिस्ट वेन्यू पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) के अधिकारियों की मौजूदगी के बारे में जानने के बाद भाग गए थे। पूरी खबर के लिए क्लिक करें।