दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को भारत की पूर्व अंडर-17 महिला फुटबॉल कोच एलेक्स एम्ब्रोस के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया। एम्ब्रोस पर जून 2022 में भारत की अंडर-17 टीम के नॉर्वे दौरे के दौरान एक नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप है। दिल्ली की एक अदालत ने सीआरपीसी की धारा 70 के तहत वारंट जारी किया।

कोर्ट ने एम्ब्रोस को 25 फरवरी को अगली सुनवाई के लिए बुलाया है। इससे पहले अपने वकील के माध्यम से एम्ब्रोस ने सुनवाई में उपस्थित होने से छूट मांगी थी क्योंकि मामला दिल्ली में है और वह वर्तमान में गोवा में है। शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान एडिशनल सेशन जज ने जमानत के लिए लगाई गई शर्तों का पालन नहीं करने पर जमानतदार को नोटिस भी जारी किया।

फुटबॉल महासंघ को भेजा नोटिस

एलेक्स एम्ब्रोस के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही पिछले जुलाई में शुरू हुई थी, जब उनके खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्ष के लिए अधिनियम (POCSO) के तहत केस दर्ज किया गया था। एम्ब्रोस ने किसी भी गलत काम से इन्कार किया था और उनकी छवि को खराब करने के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को कानूनी नोटिस भेजा था।

क्या है मामला

यह घटना सबसे पहले अंडर-17 टीम की नॉर्वे की एक्सपोजर टूर के दौरान सामने आई, जहां एम्ब्रोस को कथित तौर पर टीम के एक सदस्य के साथ अनुचित स्थिति में पकड़ा गया था। इसके बाद उन्हें तुरंत भारत वापस बुला लिया गया था। भारत लौटने के बाद आगे की जांच के लिए उपस्थित रहने को कहा गया था। महासंघ की ओर से इस मामले पर कोई और अपडेट नहीं दिया गया था। अगस्त में फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद के चुनाव हुए और भारत में अक्टूबर में फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप की मेजबानी करने से पहले एक नए प्रशासन ने काम संभाल लिया।