प्रत्यूष राज। मुंबई के क्रिकेटरों से सबक लेते हुए दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के सचिव अशोक शर्मा ने कहा कि विराट कोहली को भी घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में दिल्ली के लिए खेलना चाहिए। कोहली और ऋषभ पंत के नाम रणजी ट्रॉफी के आखिरी दो राउंड के लिए दिल्ली की संभावित टीम में हैं। अशोक शर्मा ने कहा कि विराट और ऋषभ को कम से कम एक मैच खेलना चाहिए, लेकिन लगता नहीं है कि ऐसा होगा।
विराट को मुंबई के क्रिकेटरों से प्रेरणा लेनी चाहिए
डीडीसीए के सचिव अशोक शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “विराट और ऋषभ दोनों के नाम संभावित सूची में हैं। रणजी ट्रॉफी कैंप चल रहा है। विराट को मुंबई के क्रिकेटरों से प्रेरणा लेनी चाहिए और जब भी वह उपलब्ध हों, घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलना चाहिए। मुंबई में हमेशा से एक संस्कृति रही है, जहां उनके भारतीय खिलाड़ी जब भी उपलब्ध हों, रणजी मैचों के लिए आते हैं। उत्तर (north) में, खासकर दिल्ली में यह नहीं होता। बीसीसीआई ने भी कहा है कि खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना चाहिए। मुझे लगता है कि विराट और ऋषभ को कम से कम एक मैच खेलना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा करेंगे।”
कोहली का ऑस्ट्रेलिया दौरा निराशाजनक
पर्थ में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक लगाने के बाद कोहली का ऑस्ट्रेलिया दौरा निराशाजनक रहा। अगले चार टेस्ट मैचों में उनके स्कोर 7, 11, 3, 37, 5, 17 और 6 रहे। इस बीच, डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली का कहना है कि “फिट और उपलब्ध” कोहली और पंत को रणजी ट्रॉफी खेलनी चाहिए, लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य फैक्टर भी हैं।
कई फैक्टर्स पर ध्यान देना होगा
अरुण जेटली ने कहा, “उन्हें ऐसा करना चाहिए, लेकिन इसमें बहुत सारी चीजें देखनी पड़ती हैं। वे जितना क्रिकेट खेल रहे हैं, उनकी फिटनेस टॉप होनी चाहिए। इसके लिए कई फैक्टर्स पर भी ध्यान देना होगा।” हालांकि, जेटली ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में खेलना सभी क्रिकेटरों की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
घरेलू क्रिकेट को अपनी प्राथमिकता सूची में रखनी चाहिए
अरुण जेटली ने कहा, “घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा लेना असाधारण रूप से महत्वपूर्ण है। नेशनल ड्यूटी पर होने पर कोई हिस्सा नहीं ले सकता है। अन्यथा, उन्हें हिस्सा लेना चाहिए। चूंकि खिलाड़ियों का प्रबंधन एनसीए और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा किया जाता है इसलिए उनके लोड मैनेजमेंटआदि के आधार पर कई चीजें हैं। लेकिन उन्हें घरेलू क्रिकेट को अपनी प्राथमिकता सूची में रखनी चाहिए,जो असाधारण रूप से महत्वपूर्ण है।”
कोहली ने आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में 2012 में हिस्सा लिया था
कोहली ने दिल्ली के लिए आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में 2012 में हिस्सा लिया था। जब रोहन जेटली से पूछा गया कि क्या डीडीसीए ने कोहली से संपर्क किया है या नहीं, तो उन्होंने कहा, “हमने संपर्क किया है या नहीं, इस संबंध में मुझे यकीन है कि चयनकर्ता और सीएसी संपर्क में होंगे और चीजों को समन्वयित कर रहे हैं, इसलिए यह ऐसी चीज है जिस पर वे बेहतर तरीके से प्रतिक्रिया दे सकते हैं।”
कोहली की मौजूदगी से दिल्ली के उभरते क्रिकेटरों को होगा फायदा
रणजी ट्रॉफी के शेष दो दौर 23 जनवरी से शुरू होने वाले हैं। इसमें दिल्ली का राजकोट में सौराष्ट्र से मैच है। फिर 30 जनवरी से अरुण जेटली स्टेडियम में अपने अंतिम ग्रुप मैच में रेलवे से खेलेगी। जेटली ने जोर देकर कहा कि कैंप में कोहली की मौजूदगी दिल्ली के उभरते क्रिकेटरों पर दीर्घकालिक प्रभाव छोड़ सकती है।
विराट जैसे खिलाड़ियों के साथ एक कैंप का हिस्सा बनना बहुत बड़ी बात
रोहन जेटली ने कहा, “आप देखिए, यह असाधारण है क्योंकि यह केवल खेल की बात नहीं है, आप एक क्रिकेटर के अनुभव से भी सीखते हैं। ड्रेसिंग रूम शेयर करना, विराट जैसे खिलाड़ियों के साथ एक कैंप का हिस्सा बनना बहुत बड़ी बात है। मैं एक वकील भी हूं, इसलिए जब आप किसी वरिष्ठ वकील की सहायता करते हैं या आप किसी महत्वपूर्ण मामले पर काम कर रहे होते हैं, तो हो सकता है कि आप उस पर बहस न कर पाएं, लेकिन आप उस प्रक्रिया में बहुत कुछ सीखते हैं।” दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज अनुज रावत ने रणजी ट्रॉफी कैंप पर आईपीएल टीम के साथ ट्रेनिंग को प्राथमिकता दी। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।