दिल्ली कैपिटल्स के हेड कोच हेमंग बदानी ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ हुए मैच में करुण नायर को मौका देने के पीछे की वजह बताई। बदानी ने विदर्भ के इस बल्लेबाज के बारे में एक दिलचस्प कहानी सुनाई जो लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा रहे हैं। इस बात को लेकर काफी चर्चा की जा रही थी कि क्या घरेलू स्तर पर लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले करुण नायर को इस सीजन में खेलने का मौका मिलेगा क्योंकि दिल्ली कैपिटल्स ने एक विजयी संयोजन बना लिया था।

करुण नायर ने मुझे परेशान कर दिया

मुंबई इंडियंस के खिलाफ फॉफ डुप्लेसिस चोटिल होने की वजह से नहीं खेल पाए थे और ऐसे में दिल्ली ने करुण नायर को बतौर इम्पैक्ट प्लेयर इस्तेमाल किया और उन्होंने क्या इम्पैक्ट दिखाया। करुण ने मुंबई के खिलाफ 40 गेंदों पर 89 रन की बेहद प्रभावशाली पारी खेली। हालांकि दिल्ली को जीत तो नहीं मिली, लेकिन करुण की बैटिंग और उनके अप्रोच की जमकर तारीफ हुई। बदानी ने राजस्थान के खिलाफ होने वाले मैच से पहले खुलासा किया कि करुण इस सीजन में खेलने को लेकर बेताब थे और कोचिंग स्टाफ से लगातार पूछ रहे थे कि उसे कम मौका मिलेगा।

हेमंग बदानी ने एचटी से बात करते हुए कहा कि इस लड़के ने पिछले तीन साल से आईपीएल नहीं खेला है, लेकिन इस साल करुण ने फर्स्ट क्लास में 9 शतक लगाए। वो सिर्फ एक मौके के लिए बेताब था और मैदान पर उतरने का इंतजार कर रहा था। वह मुझे परेशान कर रहा था कि मुझे कब खेलने का मौका मिलेगा, क्या मुझे यह मौका मिलेगा। यहां तक ​​कि नेट्स में भी वह पूछता रहा कि क्या मुझे मैदान पर थोड़ा और समय मिल सकता है। वह खेलने के लिए बेताब था और यह कुछ खास था।

नायर ने घरेलू क्रिकेट में विदर्भ का प्रतिनिधित्व करते हुए शानदार प्रदर्शन किया। इस सीजन में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 863 रन बनाए और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 42.50 की औसत से 255 रन बनाए थे। हालांकि इस सीजन का उनका सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी था, जहां वे सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज साबित हुए। नायर ने लिस्ट-ए टूर्नामेंट में 389.50 की शानदार औसत से 779 रन बनाए, जिसमें पांच शतक और एक अर्धशतक शामिल है। विदर्भ के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई, रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता और घरेलू सीजन में एसएमएटी में क्वार्टर फाइनलिस्ट रहे।