वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी ने कुछ दिन पहले कहा था कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में नस्लीय भेदभाव होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा था कि आईपीएल में खेलने के दौरान उन्हें कालू कहकर बुलाया जाता था। इसके बाद उनके तत्कालीन टीम साथियों पार्थिव पटेल, इरफान पठान और वाई वेणुगोपाल राव ने उनके दावे का समर्थन नहीं किया।
अब सैमी ने फिर सनराइरजर्स हैदराबाद के टीम कैंप में नस्लवाद होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि जिैन लोगों ने भी उन्हें कालू कहकर बुलाया है, वह उन लोगों को मैसेज करेंगे। सैमी के इस संदेश को उन लोगों के लिए चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है, जिन्होंने कथित तौर पर ऐसा किया होगा। वेस्टइंडीज को अपनी अगुआई में दो बार टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनाने वाले सैमी ने इस संबंध में एक वीडियो जारी किया।
सैमी ने कहा, ‘मैं सारी दुनिया में खेला हूं। मुझे कई लोगों से प्यार मिला है। मैं जिस भी टीम से खेला, उसके ड्रेसिंग रूम से मुझे प्यार मिला है। मैं हसन मिन्हाज को सुन रहा था कि कैसे उनके कल्चर में अश्वेत लोगों को पुकारा जाता है।’
उन्होंने कहा, ‘यह सब लोगों पर लागू नहीं होता है। तो एक शब्द का अर्थ पता लगने के बाद मैं काफी गुस्से में था। तब मुझे याद आया कि सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए मुझे इसी शब्द से पुकारा जाता था जो अश्वेतों के लिए अपमानजनक शब्द है। उस समय मुझे इस शब्द का अर्थ नहीं पता था। जब भी मुझे ऐसे पुकारा जाता मेरी टीम के साथी हंसने लगते।’
उन्होंने कहा, ‘मैं उन लोगों को मेसेज करूंगा। आप लोग जानते हो कि आप कौन हो। मैं यह जरूर कहूंगा कि जब मुझे इस शब्द से पुकारा जाता था तो मुझे लगता था कि इसका अर्थ मजबूत इंसान या ऐसा ही कुछ होता है। मुझे उस समय इसका अर्थ नहीं पता था। जब भी मुझे ऐसे पुकारा जाता तो वहां काफी लोग हंसने लगते। मुझे लगता था कि टीम के साथी हंस रहे हैं तो यह जरूर कुछ मजेदार होगा।’
उन्होंने कहा, ‘अब मुझे पता है कि यह अपमानजक है। जिन्होंने भी मुझे इस नाम से बुलाया उन सभी को मैं मेसेज करूंगा। पूछूंगा कि जब तुम मुझे ऐसे बुला रहे थे तो क्या तुम्हारा इरादा बुरा था? सभी ड्रेसिंग रूम से मुझे बहुत प्यार मिला है। सबसे मेरी बहुत अच्छी यादें जुड़ी हैं। जिन्होंने भी मुझे इस शब्द से बुलाया जरा विचार कीजिएगा, चलिए बात करते हैं, अगर यह वाकई बुरी नीयत से कहा गया था तो मैं काफी निराश होऊंगा।’