सुरेश कौशिक
जकल चर्चा में है क्रिकेट। इंग्लैंड में चल रहे विश्व कप का शोर अब थमने को है। अगले कुछ दिन में तय हो जाएगा कि 50 ओवरों की एकदिनी क्रिकेट का बादशाह कौन सा देश बनेगा। टीम को बादशाहत दिलाने में रोल होता है खिलाड़ी का। कई बार खिलाड़ी विशेष के प्रदर्शन से टीम की नैया पार लग जाती है तो कई मौकों पर जीत टीम वर्क से मिलती है। नए चेहरे अपनी चमक बिखेरने को लालायित रहते हैं तो अनुभवी खिलाड़ी अपने विदाई पल को यादगार बनाने को प्रयासरत रहते हैं।
क्रिस गेल
अपना आखिरी विश्व कप खेलने वाला एक सुपरस्टार था क्रिस गेल। वेस्ट इंडीज के इस विस्फोटक बल्लेबाज का यह पांचवां विश्व कप था। लेकिन गेल इसमें रहे फेल। न तो वे अपनी साख के अनुरूप प्रदर्शन कर पाए और न ही वेस्ट इंडीज को प्रेरित कर पाए। विश्व कप जीतने की उनकी कसक अधूरी ही रह गई। आठ पारियों में वे केवल 242 रन ही बना सके। इसमें केवल दो अर्धशतक रहे। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों ने इंडियन प्रीमियर लीग में उनका जलवा देखा है, इसलिए गेल के आंकड़े उनके लिए चौंकाने वाले हैं। पांच विश्व कप में गेल ने 35 पारियों खेलीं और कुल बनाए 1186 रन। विश्व कप में रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में उनका नंबर है छठा। वेस्ट इंडीज के लिए सबसे ज्यादा रन ब्रायन लारा (1225) ने बनाए हैं। गेल के पास उनको पीछे छोड़ने का सुनहरा अवसर था। लेकिन आइपीएल वाला धुआंधार वे विश्प कप में नहीं कर सके। पर वे इसी से संतुष्ट हैं कि उनकी विदाई जीत के साथ हुई। अंतिम लीग मैच में वेस्ट इंडीज ने अफगानिस्तान को हराया।
लसिथ मलिंगा
श्रीलंका के लिए चार विश्व कप खेले लासिथ मलिंगा ने भी विश्व कप को बॉय-बॉय कर दिया। 20004 में वनडे पदार्पण करने वाले लासिथ मलिंगा अपने गेंदबाजी एक्शन को लेकर सुर्खियों में रहे। ऐक्शन वैध करार दिए जाने के बाद वे दर्शकों में खासे लोकप्रिय रहे। अंतिम समय तक हार नहीं मानने का उनका जज्बा काबिले तारीफ रहा। विश्व कप में खेले 30 मैचों में उन्होंने 55 विकेट बटोरे।
अपनी घातक यार्कर, धीमी गेंदों और तेज तर्रार बाउंसरों से बल्लेबाजों को विचलित करने वाले मलिंगा इस विश्व कप में आठ मैचों से 13 विकेट ही बटोर पाए। आखिरी लीग मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने उनकी धुनाई लगाते हुए 10 ओवरों में 82 रन कूट लिए। विकेट एक ही मिला। विश्व कप में श्रीलंका ने जिन तीन मैचों में जीत दर्ज की उसमें अहम भूमिका मलिंगा की रही। उनकी जानदार गेंदबाजी (43 रन पर चार विकेट) के दम पर श्रीलंका ने विश्व कप की प्रबल दावेदार इंग्लैंड को शिकस्त दी।

विश्व कप इतिहास में दो हैट्रिक जमाने वाले मलिंगा इकलौते गेंदबाज हैं। लगातार चार गेंदों पर चार विकेट लेने का विश्व रेकॉर्ड उन्हीं के नाम है। 2007 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका जीत से मात्र पांच रन दूर था और उसके पांच बल्लेबाज आउट होने बाकी थे। तब मलिंगा ने करिश्माई गेंदबाजी से हारी हुई बाजी को जीत में बदल दिया था। विश्व कप में केन्या के खिलाफ 38 रन पर छह विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। इसी मैच में उन्होंने विश्व कप में अपनी दूसरी हैट्रिक जमाई।
रनों पर अंकुश लगाने की बात हो या खतरनाक होती साझेदारी को तोड़ने की, मलिंगा अपने कप्तान के विश्वास पर हमेशा खरे उतरे। इंडियन प्रीमियर लीग में भी मलिंगा का अनुभव और सटीक गेंदबाजी का जलवा मुंबई इंडियन की खिताबी जीत में मददगार बना है। उम्मीद की जाती है कि अंतरराष्ट्रीय मानचित्र से भले ही मलिंगा दूर हो रहे हैं लेकिन आइपीएल में अपना कमाल दिखाते रहेंगे।
शोएब मलिक
पाकिस्तान के सबसे अनुभवी खिलाड़ी शोएब मलिक के लिए यह विश्व कप बहुत निराशाजनक रहा। पाकिस्तान के सेमीफाइनल दौड़ से बाहर होने के साथ ही उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। 37 साल के शोएब मलिक तीन मैचों में सिर्फ आठ रन ही बना पाए। दो मुकाबलों में वे जीरो पर ही आउट हो गए।
इमरान ताहिर
इस वर्ष आइपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज 40 वर्षीय इमरान ताहिर की भी विदाई हो गई। उनकी विदाई बढ़िया रही। आस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम लीग मैच में उन्होंने आरोन फिंच का विकेट लिया। दक्षिण अफ्रीका ने भी उलटफेर करते हुए पिछले विजेता आस्ट्रेलिया पर रोमांचक जीत दर्ज की। पाकिस्तान में जन्मे इमरान ताहिर ने 2011 में वनडे पदार्पण किया था।