इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 के दूसरे मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मुंबई इंडियंस को 4 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही उसने आईपीएल में मुंबई इंडियंस के खिलाफ सबसे ज्यादा जीत हासिल करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। दिल्ली और मुंबई के बीच आईपीएल में अब तक 31 मैच खेले गए हैं। इसमें से दिल्ली कैपिटल्स ने 16 मैच जीते हैं, जबकि 15 में उसे हार झेलनी पड़ी है।
दिल्ली कैपिटल्स आईपीएल की पहली टीम ने जिसने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 15 मैच में जीत हासिल की है। उसके अलावा भी कोई भी अन्य टीम ऐसा नहीं कर पाई है। चार बार की चेन्नई सुपर किंग्स भी 32 में से 13 मुकाबलों में ही मुंबई इंडियंस को हरा पाई है।
रोहित शर्मा 2013 से मुंबई इंडियंस की अगुआई कर रहे हैं। तब से ऐसा कोई भी सीजन नहीं रहा, जिसमें मुंबई इंडियंस ने टूर्नामेंट में अपना उद्घाटन मैच जीता रहा है। मतलब रोहित शर्मा की अगुआई में मुंबई इंडियंस ने टूर्नामेंट में लगातार अपना 10वां उद्घाटन मैच हारा है।
मुंबई इंडियंस को आईपीएल 2013 में अपने उद्घाटन मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के हाथों 2 रन से हार झेलनी पड़ी थी। आईपीएल 2014 में उसे केकेआर ने 41 रन से शिकस्त दी थी। आईपीएल 2015 में भी उसे केकेआर ने 3 विकेट से हराया था।
आईपीएल 2016 और 2017 में उसे राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स ने क्रमशः 9 विकेट और 7 विकेट से मात दी थी। आईपीएल 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स ने उसे एक विकेट से हराया था। आईपीएल 2019 में दिल्ली कैपिटल्स ने उसे 37 रन से हराया था।
आईपीएल 2020 में उसे चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 5 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। आईपीएल 2021 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 2 विकेट से हराया था। इस बार दिल्ली कैपिटल्स ने उसे 4 विकेट से मात दी।
सिर्फ 2 विदेशी खिलाड़ियों के साथ उतरने वाली दिल्ली कैपिटल्स आईपीएल की दूसरी टीम बनी
27 मार्च को मुंबई इंडिंयस के खिलाफ मैच में दिल्ली कैपिटल्स सिर्फ 2 विदेशी खिलाड़ियों (टिम सीफर्ट और रोवमैन पॉवेल) के साथ उतरी थी। आईपीएल के इतिहास में यह दूसरा मौका था जब किसी टीम ने अपनी प्लेइंग इलेवन में सिर्फ दो विदेशी खिलाड़ियों को रखा। इससे पहले 2011 में ऐसा हुआ था। तब कोलकाता नाइट राइडर्स सीजन के अपने पहले मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ सिर्फ दो विदेशी खिलाड़ियों (जैक्स कैलिस और इयोन मॉर्गन) के साथ उतरी थी।