टीम इंडिया के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे गौतम गंभीर के सपोर्ट में आ गए हैं। गंभीर ने 6 में से 1 मैच जीतकर अंकतालिका में सबसे निचले पायदान पर चल रही दिल्ली की कप्तानी अचानक टूर्नामेंट के बीच में ही छोड़ दी थी। रहाणे ने गंभीर का समर्थन करते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा, “जब टीम परफॉर्म करने में फेल रही है, तो ये कप्तान की गलती नहीं है। कभी-कभी कॉम्बिनेशन काम नहीं करते। जिस रणनीति को आप बनाते हैं, वो हमेशा सफल नहीं होती। मुझे नहीं लगता कि यह उनकी कोई गलती है।”
रहाणे ने आगे कहा, “मुझे यकीन है कि जब उन्होंने दिल्ली की कप्तानी संभाली तो उनका एक ही उद्देश्य था, जो हम सभी का है, टीम की जीत सुनिश्चित करना। वह एक भावुक खिलाड़ी और एक अच्छा कप्तान है, लेकिन हमेशा कुछ उतार-चढ़ाव होते हैं, जिनका हम सभी को एक खिलाड़ियों और कप्तान के रूप में सामना करना पड़ता है।”
आईपीएल सीजन-11 में गंभीर की जगह युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर टीम के कप्तान नियुक्त किया गया है। गौतम दो बार कोलकाता नाइट राइडर्स को आईपीएल का खिताब दिला कर लौटे थे, लेकिन वह कोलकाता की सफलता को दिल्ली में जारी नहीं रख सके। दिल्ली की एक के बाद एक हार का झटका उनके लिए काफी भारी पड़ा और उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया।
गंभीर ने कप्तानी छोड़ने को लेकर कहा, “कई बार आप चीजों को बदलने के लिए ज्यादा उतावले हो जाते हैं। ऐसे में कई बार चीजें फिर आपके हिसाब से नहीं होती हैं। जब आप चीजों को बदलना चाहते तो काफी मुश्किल हो जाती है। मैं शायद अपने ऊपर आई जिम्मेदारी का दबाव नहीं झेल पाया। कई बार जब आप इस दबाव को नहीं झेल पाते हैं और इससे आपका और टीम का प्रदर्शन खराब होता है तो आपको इसकी जिम्मेदारी लेनी होती है। मैं कप्तानी का दबाव नहीं झेल पा रहा था, इसलिए कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। यह मेरा अपना फैसला है। फ्रेंचाइजी का कोई दबाव मुझ पर नहीं है। मैंने अपने इस फैसले के बार में अपनी पत्नी से भी बात की थी।”