यूं तो दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम पर गुरुवार (10 मई) को दिल्ली डेयरडेविल्स मैच हार गई थी। लेकिन टीम के सुपर बल्लेबाज पंत ने अभी तक मजबूत माने जा रहे हैदरबाद के गेंदबाजी आक्रामण की बक्खियां उधेड़ दीं और विकटों के गिरते सिलसिले के बीच एक छोर संभाले रखते हुए ताबड़तोड़ पारी खेली। इसी के साथ पंत ने आईपीएल में अपने एक हजार रन भी पूरे कर लिए हैं। इस सीजन में पंत के अभी तक खेले 11 मैचों में 521 रन हो गए हैं। ऋषभ पंत ने मात्र 63 गेंदों में 128 रन बनाकर सबको हैरान कर दिये। वो मैच में नाबाद भी रहे।

पंत की इस धमाकेदार पारी में सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का बड़ा योगदान रहा। पंत ने उनकी तरीके से धुनाई की। आखिरी ओवर यानी की डेथ ओवर में पंत ने मेरठ मेल के नाम से विख्यात भुवनेश्वर कुमार को नानी याद दिला दी। आईपीएल में दो बार के पर्पल टोपी विजेता की टी- मैचों में ऐसी ‘पिटाई’ कभी नहीं हुई थी। यूं तो भुवनेश्वर कुमार टीम इंडिया के सबसे कंजूस गेंदबाज माने जाते हैं, लेकिन गुरुवार को पंत ने उन्हें कंगाल कर छोड़ा।

20वें ओवर की शुरुआत भुवी ने आक्रमक तरीके से की और पहली ही गेंद पर मैक्सवेल को एलेक्स के हाथों कैच आउट करवा दिया। लेकिन तबतक ऋषभ पंत स्ट्राइक पर आ चुके थे। भुवी को समझ आ चुका उनके सामने बैटिंग कर रहा बल्लेबाज शतक बना चुका है और उसके सामने मात्र 5 गेंद बचे हैं। भुवी ने चालाकी से बॉलिंग की, मगर पंत ने इस गेंद पर चौका लगाकर भुवी के आत्म विश्वास को डंवाडोल कर दिया। तीसरी गेंद पर पंत ने फिर चौका मारा।

लगातार दो गेंद में बाउंड्री देने के बाद भुवी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। उन्होंने शॉर्ट पिच डिलीवरी का सहारा लिया। लेकिन उनकी ये चालाकी भी काम ना आई। पंत ने गेंद को पुल करके फाइन लेग बाउंड्री की दिशा में छक्का के लिए पहुंचा दिया। अब बचे थे दो गेंद। भुवी का टेंशन सातवें आसमान पर। उन्होंने अगली गेंद को छोड़ी छोटी रखने की कोशिश की, लेकिन पंत कहां मानने वाले थे। उन्होंने एक हाथ से ऑफ स्टंप के बाहर आई गेंद को मिड ऑन की ओर छह रन के लिए भेज दिया। अब तक चार गेंद में 20 रन बनाकर इस कंजूस गेंदबाज का पंत ने दिवाला ही निकाल दिया था। आखिरी बॉल में भुवी के हाथ से फुलटॉस निकली। इस गेंद को मिडऑन की दिशा में बाउंड्री पारकर ऋषभ ने छक्कों की हैट्रिक पूरी कर ली। कुल मिलाकर 5 गेंदों में ऋषभ ने 26 रन बनाए। इससे पहले भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ इतने रन कोई बैट्समैन नहीं बना सका था