अपनी दमदार गेंदबाजी और शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की शानदार फॉर्म के कारण खिताब के प्रबल दावेदारों में शामिल सनराइजर्स हैदराबाद इंडियन प्रीमियर लीग के मंगलवार (10 मई) को यहां होने वाले मैच में संघर्षरत राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स के खिलाफ पिछली हार का बदला चुकता करने के लिए उतरेगी।

पुणे के लिए अब स्थिति करो या मरो जैसी है और महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम को प्लेआफ में पहुंचने की अपनी धुंधली उम्मीद बरकरार रखने के लिए अब हर मैच में बड़े अंतर से जीत से जीत दर्ज करनी होगी। पुणे ने अब दस मैचों में से केवल तीन में जीत हासिल की है और वह छह अंक के साथ छठे स्थान पर है।

दूसरी तरफ सनराइजर्स ने नौ मैचों में छह जीते हैं और वह 12 अंक के साथ दूसरे स्थान पर काबिज है। पुणे ने हालांकि इन दोनों टीमों के बीच खेले गए पिछले मैच में जीत दर्ज की थी और धोनी की टीम उससे प्रेरणा लेना चाहेगी। पुणे ने इसके अलावा मुंबई इंडियन्स और दिल्ली डेयरडेविल्स से भी एक एक मैच जीते हैं लेकिन बाकी मैचों में उसकी टीम संघर्ष करती ही नजर आई।

पुणे की परेशानी कई स्टार खिलाड़ियों के चोटिल हो जाने से और बढ़ी है। केविन पीटरसन, फाफ डुप्लेसिस, स्टीवन स्मिथ और मिशेल मार्श जैसे खिलाड़ी चोटिल होने के कारण स्वदेश लौट गए हैं।

पाकिस्तान में जन्में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान जॉर्ज बेली टीम से जुड़ गए हैं लेकिन वह अब तक कोई अंतर पैदा नहीं कर पाए हैं। सुपरजाइंट्स के पास अच्छे गेंदबाजों की कमी है जो कि विरोधी टीम को कम स्कोर पर रोक सके। इस सत्र में उसका कोई भी गेंदबाज सर्वाधिक विकेट लेने वाले शीर्ष 15 गेंदबाजों की सूची में नहीं है।

जहां तक बल्लेबाजी का सवाल है तो अंजिक्य रहाणे ही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने अब तक 417 रन बनाये हैं और सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं।

सनराइजर्स का मजबूत पक्ष उसकी गेंदबाजी है। उसने अपने गेंदबाजों के दम पर मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियन्स को रविवार (8 मई) की रात 85 रन से करारी शिकस्त दी। अनुभवी आशीष नेहरा, स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, बांग्लादेश की सनसनी मुस्तफिजुर रहमान और बरिंदर सरन की मारक गेंदबाजी विरोधी बल्लेबाजों के लिये परेशानी का सबब रही है।

बल्लेबाजी की बात करें तो अब तक कप्तान डेविड वॉर्नर ने सारा जिम्मा अकेले उठा रहा था लेकिन अब शिखर धवन ने फॉर्म में वापसी कर ली है। वॉर्नर ने अब तक पांच अर्धशतकों की मदद से 458 रन बनाए हैं जबकि धवन ने रविवार (8 मई) को मुंबई के खिलाफ नाबाद 85 रन की पारी खेली।

युवराज सिंह के चोट से उबरकर वापसी करने और रविवार (8 मई) को मुंबई के खिलाफ अपने पुराने रंग में लौटने से टीम का मध्यक्रम भी मजबूत हो गया है जो अब तक उसके लिए चिंता का विषय बना हुआ था। ऑलराउंडर मोएजेस हेनरिक्स ने खुद को टीम के लिए अहम साबित किया है। उनकी उपस्थिति से टीम में आवश्यक संतुलन बन जाता है।