Coronavirus updates: कोरोनावायरस के कारण दुनिया भर के कई खेलों और टूर्नामेंट पर असर पड़ रहा है। इटली में सभी तरह के टूर्नामेंट पर अप्रैल तक रोक लगा दी गई है, तो इंग्लैंड में फुटबॉल के कई मैच टाल दिए गए हैं। भारत में भी अब तक 70 से ज्यादा लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में इस 29 मार्च से शुरू होने वाले Indian Premier League (IPL 2020) पर भी कोरोनावायरस का असर देखने को मिल रहा है। टूर्नामेंट के शुरुआती मैचों में विदेशी खिलाड़ी खेलते नजर नहीं आएंगे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) सूत्रों के मुताबिक, कोरोनावायरस को लेकर वीजा पाबंदी के कारण 15 अप्रैल तक विदेशी खिलाड़ी भारत नहीं आ सकते हैं। ऐसे में वे दुनिया के सबसे बड़े टी20 लीग में शुरुआती 17 दिन दिखाई नहीं देंगे। बोर्ड के सूत्र ने कहा, ‘आईपीएल में हिस्सा लेने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजनेस वीजा कैटेगरी में आते हैं। सरकार के निर्देशों के अनुसार वे 15 अप्रैल तक नहीं आ सकते हैं।’’सरकार ने कोरोनावायरस के कारण सभी मौजूदा विदेशी वीजा 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिए हैं। सिर्फ राजनयिक और कामकाजी वीजा में छूट दी गई है।
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कोरोनावायरस के कारण दुनिया भर में 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। IPLके भविष्य पर फैसला 14 मार्च को मुंबई में गवर्निंग काउंसिल की बैठक के दौरान लिया जाएगा। टूर्नामेंट को लेकर एक विकल्प यह बचा है कि मैचों खाली स्टेडियम में खेला जाए। ऐसा यूरोप में फुटबॉल मैच के दौरान हुआ है। दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल लीग टूर्नामेंट चैंपियंस लीग में पेरिस सेंट जर्मेन और बोरूसिया डॉर्टमंड के बीच खेले गए प्री-क्वार्टरफाइनल के दूसरे लेग में दर्शकों को स्टेडियम में नहीं जाने दिया गया था।
खाली स्टेडियम में मैच के बारे में एक बार सोचा जा सकता है, लेकिन विदेशी खिलाड़ियों के बिना IPL की कल्पना करना मुश्किल है। विदेशी खिलाड़ी टूर्नामेंट में रोमांच और युवाओं के लिए अनुभव लेकर आते हैं। दुनिया भर के टी20 लीग में इस टूर्नामेंट के दबदबे के पीछे विदेशी खिलाड़ियों का बहुत बड़ा योगदान है। इस सीजन का पहला मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 29 मार्च को चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेला जाना है।