इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) 2022 में कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा रहे सैम बिलिंग्स स्किन कैंसर से जूझ रहे थे। इंग्लैंड के इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने मंगलवार 9 मई 2023 को सोशल मीडिया के जरिए इस बात का खुलासा किया। उन्होंने लिखा है कि वह त्वचा कैंसर से जूझ रहे हैं। वह अपने साथी खिलाड़ियों और फैंस में ज्यादा देर तक धूप में रहने के खतरों को लेकर जागरुकता पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं है कि जब तापमान 25 डिग्री से ज्यादा होगा तभी आपको स्किन कैंसर हो सकता है। यह 18 डिग्री तापमान में भी हो सकता है।

सैम बिलिंग्स को अपनी काउंटी टीम कैंट में नियमित जांच के दौरान पता चला था कि उन्हें त्वचा कैंसर (स्किन कैंसर) है। इस 31 साल के खिलाड़ी ने टेलीग्राफ को बताया, ‘मेरे शरीर में मेलेनोमा था, जो 0.6 मिमी (गहरा) था। यदि यह 0.7 मिमी गहरा हो जाता तो फिर यह वास्तव में गंभीर बन जाता, क्योंकि यह उस सीमा तक पहुंचने के बेहद करीब था।’

सैम बिलिंग्स ने कहा, ‘अगर मैं उस दिन जांच कराने के बजाय बैठक में चला जाता तो फिर मुझे अगले छह महीने तक इंतजार करना होता और तब यह बेहद गंभीर हो जाता।’ सैम बिलिंग्स ने इंग्लैंड के लिए तीन टेस्ट, 28 वनडे और 37 टी20 मैच खेले हैं। वह इस समय काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने साथी खिलाड़ियों और प्रशंसकों को धूप में ज्यादा समय बिताने के खतरों से आगाह किया।

सैम बिलिंग्स ने कहा, ‘मैं केवल पेशेवर मैचों की ही बात नहीं कर रहा हूं। क्लब क्रिकेटर और खेल को देखने वाले लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। मैं हाल में लॉर्ड्स में खेला था और धूप खिली थी। भले ही तापमान 25 डिग्री नहीं था, लेकिन 18 डिग्री पर भी आपको धूप से नुकसान पहुंच सकता है। मैं चाहता हूं क्रिकेट में इस खतरे को लेकर सभी मिलकर काम करें। अगर धूप खिली हो तो अपना बचाव करें।’

FAQ’s of Skin Cancer

स्किन कैंसर के लक्ष्ण: त्वचा पर अचानक तिल की संख्या बढ़ जाना या आकार बढ़ जाना। भूरे या लाल रंग का घाव होना और लंबे समय तक ठीक नहीं होना। त्वचा पर होने वाले घाव की पपड़ी की परत उतर जाना। आंखो के आसपास अक्सर जलन महसूस होना।

स्किन कैंसर की जांच: इस बीमारी की जांच बायोप्सी से होती है। बेसल सेल कार्सिनोमा के अधिकांश मामलों में स्किन कैंसर दूर के अंगों में नहीं फैलता है। मेलानोमा और मर्केल सेल कार्सिनोमा के फैलने का खतरा अधिक होता है।