इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने बीसीसीआई की अपील के बाद इंदौर के होलकर स्टेडियम की पिच रेटिंग को ‘खराब’ से ‘औसत से नीचे’ कर दिया है। ICC ने चौथे टेस्ट के लिए अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच को भी ‘औसत’ रेटिंग दी, जहां दोनों टीमों ने एक-एक पारी पूरी की थी और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। वहीं इंदौर में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बॉर्डर-गावस्कर के तीसरे टेस्ट में तीन दिनों के भीतर नौ विकेट से हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई थी।
भारत ने 4 मैच की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। आईसीसी (ICC) अपील पैनल ने मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड के पहले के फैसले की समीक्षा की और पाया कि ‘खराब’ रेटिंग के लिए पिच में अत्यधिक परिवर्तनशील उछाल नहीं थी। जिस पिच को शुरू में तीन डिमेरिट अंक मिले थे, उसे अब केवल एक डिमेरिट अंक मिलेगा।
खास यह है कि इंदौर पिच रेटिंग मामले में बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) का अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का साथ मिला। दरअसल, आईसीसी अपील पैनल में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व मुख्य कार्यकारी वसीम खान भी शामिल थे। वसीम खान इस समय आईसीसी के जनरल मैनेजर (क्रिकेट) हैं। वसीम खान के अलावा पैनल में रोजर हार्पर और आईसीसी मेन्स क्रिकेट कमेटी के सदस्य भी शामिल थे। पैनल ने बीसीसीआई की ओर से दर्ज कराई गई आपत्ति पर मैच के फुटेज की समीक्षा की।
आईसीसी बयान के अनुसार, ‘आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक वसीम खान और आईसीसी पुरूष क्रिकेट समिति के सदस्य रोजर हार्पर के आईसीसी अपील पैनल ने टेस्ट मैच के फुटेज की समीक्षा की। दोनों की यही राय थी कि मैच रैफरी ने पिच आकलन प्रक्रिया के दिशानिर्देशों का पालन किया लेकिन इसे ‘खराब’ रेटिंग देने के लिए इतना अत्यधिक वैरिएबल उछाल मौजूद नहीं था।’
आईसीसी के बयान के अनुसार, ‘पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि पिच को ‘औसत से कम’ की रेटिंग दी जानी चाहिए। इसका मतलब है कि होल्कर स्टेडियम को तीन के बजाय एक ‘डिमेरिट’ अंक मिलेगा।’ आईसीसी मैच रैफरी ने वानखेडे स्टेडियम की पिच और वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम को ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग दी। जहां भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले दो वनडे खेले गए थे।