Asia Cup 2022, India vs Hong Kong: भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2022 में अपने दूसरे मैच में हॉन्गकॉन्ग को 40 रन से हरा दिया। भारत की जीत में सूर्यकुमार यादव और विराट कोहली ने अहम भूमिका निभाई। सूर्यकुमार यादव प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। उनकी धमाकेदार पारी की हर जगह तारीफ हो रही है।
इन सब के बीच हॉन्गकॉन्ग की एक उपलब्धि लगभग नजरअंदाज हो गई। उसने एशिया कप में वह कर दिखाया, जो श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें भी नहीं कर पाई हैं।
हॉन्गकॉन्ग अब टी20 इंटरनेशनल मे भारत के खिलाफ 150 या उससे ज्यादा का स्कोर दर्ज करने वाली पहली एसोसिएट टीम बन गई है। यही नहीं, हॉन्गकॉन्ग एशिया कप 2022 में भारत के बाद किसी मैच में 150 या उससे ज्यादा रन बनाने वाली दूसरी टीम है। भारत के अलावा यह उपलब्धि टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहीं पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका भी नहीं कर पाईं हैं।
हालांकि, अफगानिस्तान ने एशिया कप 2022 में अब तक दो मैच खेले हैं। इसमें उसने दोनों बार लक्ष्य का पीछा किया है। उसने दोनों ही मुकाबलों में अपनी प्रतिद्वंद्वी श्रीलंका और बांग्लादेश को 150 के कम के स्कोर पर रोक दिया। ऐसे में उसके ऊपर यह शर्त लागू नहीं होती है।
हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच में भारतीय टीम में एक कमी देखने को मिली। यदि ये कमी सुपर-4 में बनी रही तो उसे इसका भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। दरअसल, हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच में भारतीय स्पिनर्स युजवेंद्र चहल और रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा।
युजवेंद्र चहल ने जहां 4 ओवर में सिर्फ 18 रन दिए। वहीं, रविंद्र जडेजा ने 4 ओवर में सिर्फ 15 रन दिए और एक विकेट भी चटकाया। भारत के तेज गेंदबाजों की बात करें तो भुवनेश्वर कुमार को छोड़ कोई भी प्रभावित नहीं कर पाया।
भुवनेश्वर कुमार ने 3 ओवर में 15 रन देकर एक विकेट लिया। अर्शदीप सिंह भी 4 ओवर गेंदबाजी करने के बाद एक विकेट अपनी झोली में डालने में सफल रहे, लेकिन उन्होंने 44 रन लुटा दिए। आवेश खान तो और भी महंगे साबित हुए। उन्होंने 4 ओवर में 53 रन देकर एक विकेट लिया।
हॉन्गकॉन्ग जैसी एसोसिएट टीम के सामने उनका इतने रन लुटाना चिंताजनक है, क्योंकि सुपर-4 में पहुंचने वाली कोई भी टीम भारतीय तेज गेंदबाजों की इस कमी का फायदा उठा सकती है। ऐसे में बड़े से बड़ा लक्ष्य भी बौना साबित हो सकता है।
