आक्रामक बल्लेबाज अभिषेक शर्मा इन दिनों गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन उनके विस्फोटक स्ट्रोक्स के पीछे वर्षों की कड़ी मेहनत है। वह 16 साल की उम्र में 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकी गई गेंदों का सामना करना करते हैं। अभिषेक के पिता राजकुमार ने यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि उनके बेटे का टी20 अंतरराष्ट्रीय में शीर्ष बल्लेबाज का सफर तब शुरू हुआ था जब युवा अभिषेक उनकी किट के साथ बल्लेबाजी करने पर जोर देते थे और इसके लिए अपनी मां को परेशान करते थे।
अभिषेक देर रात अभ्यास सत्र के लिए अपनी दो बहनों को भी साथ ले जाते थे। राजकुमार ने बीसीसीआई की ओर से जारी एक वीडियो ‘द मेकिंग ऑफ अभिषेक शर्मा’ में कहा, ‘‘मेरे घर में क्रिकेट का माहौल था। जब वो बच्चा था तब मेरे बल्ले से खेला करता था। वो अपनी मां को परेशान करता था। मेरी दो बेटियां हैं और वो उनसे अभ्यास में मदद करने और रात में बल्लेबाजी कराने के लिए कहता था।’’
तुम्हारे बेटे में बहुत प्रतिभा है, वो भारत के लिए खेलेगा
अभिषेक के पिता ने कहा, ‘‘कभी-कभी वो मुझसे कहता था कि मुझे डाइव लगाने के अभ्यास की जरूरत है, मुझे कैच दे दो। उसका जुनून देखकर मुझे लगा कि वह खिलाड़ी बन सकता है, फिर मैं उसे मैदान पर ले आया। सीनियर खिलाड़ी कहते थे, तुम्हारे बेटे में बहुत प्रतिभा है, वो भारत के लिए खेलेगा।’’
बस बल्ला पकड़ना सीखा है
उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेले गये मैच से पहले रिकॉर्ड इस वीडियो में कहा, ‘‘मैं कहता था कि वो अभी बच्चा है, बस बल्ला पकड़ना सीखा है। लेकिन सबका आशीर्वाद, लोगों का प्यार और उसकी कड़ी मेहनत उसे यहां तक ले आई है।’’ इस 25 साल के बायें हाथ बल्लेबाज ने पाकिस्तान के अनुभवी तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी के खिलाफ सहजता से चौके और छक्के जड़ 13 गेंद में 31 रन की आक्रामक पारी खेली।
अभिषेक की पावर-हिटिंग का राज
उन्होंने बताया कि अभिषेक की पावर-हिटिंग उनकी किशोरावस्था में पड़ी ‘निडर’ नींव की वजह से थी। दिल्ली के लिए प्रथम श्रेणी के नौ मैच खेलने वाले इस बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर ने कहा, ‘‘जब मैं अभिषेक को ट्रेनिंग देता था, तो अंडर-16 के दिनों में मैं उसे ऐसे गेंदबाजों का सामना कराता था जो 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकते थे, मैं उसे ऐसे ही ट्रेनिंग देता था। सभी बच्चे कहते थे, ‘पाजी, उसे चोट लग सकती है’।’’
युवराज सिंह का भी बड़ा योगदान
राजकुमार अगर उनके पहले गुरु थे, तो पूर्व भारतीय स्टार युवराज सिंह ने अभिषेक को बड़े मंच के लिए तैयार करने में अहम भूमिका अदा की। राजकुमार ने कहा, ‘‘ युवराज सिंह का भी उसके क्रिकेट बनने में बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने उसके साथ काफी समय बिताया, उन्हें सलाह और सबक देने के साथ अपना अनुभव साझा किया, इसलिए उनका भी धन्यवाद। युवी ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव देने में बहुत मदद की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब कई बड़े खिलाड़ी और कई अच्छे कोच उनके साथ जुड़ गए हैं, उनके पास काफी अनुभव है। मुझे बहुत खुशी है कि अभिषेक को ऐसे गुरु मिले।’’
पीटीआई इनपुट से खबर