पूर्व कोच संजय बांगड़ ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को शाहीन अफरीदी जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाजों का सामना करने के लिए गुरुमंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को मिड-ऑफ और मिड-ऑन या मिड-विकेट के क्षेत्रों में रन बनाने पर ध्यान देना चाहिए। बांगड़ के अनुसार बाएं हाथ के सीम गेंदबाजों का सामना करते समय भारतीय बल्लेबाजों को हेड पोजिशन पर ध्यान देना चाहिए।
बाएं हाथ के गेंदबाज लगभग एक दशक से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर रहे हैं, खासकर आईसीसी टूर्नामेंट्स में ऐसा देखने को मिलता है। चाहे वह वर्ल्ड कप 2015 सेमीफाइनल के दौरान ऑस्ट्रेलिया के मिशेल स्टार्क और मिशेल जॉनसन हों, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल के दौरान पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर हों, 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट हों या 2021 वर्ल्ड टी20 में ग्रुप स्टेज मैच में पाकिस्तान के शाहीन अफरीदी हों भारतीय बल्लेबाजों को खूब दिक्कत हुई है।
रोहित शर्मा को क्या करना चाहिए
स्टार स्पोर्ट्स के शो “फॉलो द ब्लूज” पर एक विशेष बातचीत में पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर ने एशिया कप में 2 सितंबर, 2023 को शाहीन अफरीदी का सामना करने से पहले प्रैक्टिस के दौरान नेट्स में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का सामना कर रहे रोहित शर्मा के बारे में जानकारी प्रदान की। संजय बांगड़ ने विस्तार से बताया कि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा को नेट्स प्रैक्टिस के दौरान बाएं हाथ के गेंदबाजों का सामना कैसे करना चाहिए।
बल्लेबाज की हेड पोजिशन सही होनी चाहिए
संजय बांगड़ ने कहा, “किसी को उस एंगल से खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिलते क्योंकि ज्यादातर टीमों के पास दाएं हाथ के गेंदबाज होते हैं। एक बल्लेबाज के तौर पर आप कहां खेलना चाहते हैं, इसे ध्यान में रखते हुए एंगल बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि जब बाएं हाथ का गेंदबाज स्टंप के करीब से गेंदबाजी करता है तो वह गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाज की ओर अंदर लाता है। गेंदबाज को टारगेट करने के लिए बल्लेबाज की हेड पोजिशन सही होनी चाहिए।”
मिड-ऑफ और मिड-ऑन / मिड-विकेट क्षेत्रों के बीच रन बनाने की कोशिश करें
बांगड़ ने कहा, “बल्लेबाज को सेट होना होगा और मिड-ऑफ और मिड-ऑन / मिड-विकेट क्षेत्रों के बीच रन बनाने के बारे में सोचना होगा। बल्लेबाज को उस कोण के खिलाफ बेहतर स्थिति में आने का मौका मिलेगा और उसे यह सीखने और जानने की जरूरत है कि एंगल बॉलिंग के खिलाफ कहां रन बनाए जा सकते हैं और बल्लेबाज को किन पहलुओं पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए, अभ्यास के दौरान, रोहित इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे होंगे।”