एशिया कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में रविंद्र जडेजा को बल्लेबाजी करने के लिए नंबर-4 भेजा गया। इससे हर कोई हैरान रह गया था। अब पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने टीम इंडिया के इस फैसले को सही बताया है। केएल राहुल के गोल्डन डक और रोहित शर्मा (12) के आउट होने के बाद सूर्यकुमार यादव से पहले जडेजा को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। उन्होंने 35 रन की पारी खेली और हार्दिक पांड्या के साथ 52 रनों की साझेदारी करके टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।

मांजरेकर ने कहा कि जडेजा को ऊपर भेजना टीम प्रबंधन का एक सोचा समझा फैसला था। यह गैंबल नहीं था। यह पाकिस्तान के स्पिनरों से निपटने के लिए एक अच्छा कदम था। उन्होंने स्पोर्ट्स 18 के स्पोर्ट्स ओवर द टॉप शो पर कहा, “हां। बहुत अच्छा कदम था और मुझे पसंद आया। मुझे नहीं लगता कि यह गैंबल था। यह वाइल्ड कार्ड नहीं था क्योंकि पाकिस्तान दो स्पिनर, एक लेग स्पिनर शादाब खान और एक बाएं हाथ के स्पिनर मोहम्मद नवाज से गेंदबाजी करा रहा था। इसलिए उन्होंने एक ओवर का स्पैल या दो ओवर का स्पैल फेंका।”

मांजरेकर ने कहा कि जडेजा को अब बैटिंग ऑलराउंडर माना जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ दो ओवर फेंके और टीम में पूरी तरह फिट हुए। उन्होंने कहा, “एक बाएं हाथ का खिलाड़ी आने से चीजें थोड़ी मुश्किल हो जाएंगी। पिच हरी दिख रही थी, लेकिन गेंद टर्न कर रही थी। इसलिए स्पिनर प्रभाव डालने वाले थे। तो यह काफी अच्छा फैसला था।”

मांजरेकर ने आगे कहा, धीरे-धीरे व्हाइट बॉल क्रिकेट में जडेजा को अब एक बैटिंग ऑलराउंडर के रूप में देखा जा सकता है। उन्होंने 2 ओवर फेंके, लेकिन वह बल्लेबाजी क्रम में महत्वपूर्ण स्थान खेलेंगे। पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने शानादर योगदान दिया! वह वहां बिल्कुल फिट बैठते हैं।” पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि जडेजा टीम को एक अतिरिक्त विकल्प प्रदान करते हैं। जब कोई विशेषज्ञ गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहता है तो वह कुछ ओवर कर सकते हैं।

मांजरेकर ने कहा, “आपके पास अतिरिक्त गेंदबाज के रूप में हार्दिक पांड्या हैं। यदि कोई सीमर अच्छी गेंदबाजी नहीं करता है तो जडेजा का इस्तेमाल किया जा सकता है। उनका ऊपर के क्रम में बल्लेबाजी करना भारत के लिए शानदार संकेत हैं। हम धीरे-धीरे जडेजा के सफेद गेंद के क्रिकेट में एक बैटिंग ऑलराउंडर बनते देख रहे हैं।