Asia Cup 2022: एशिया कप में दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में रविवार को हार्दिक पांड्या ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया। पिछले कुछ समय से यह स्टार ऑलराउंडर शानदार प्रदर्शन कर रहा है। इससे पहले उन्होंने चोट के बाद वापसी के लिए तीन साल तक संघर्ष किया। साल 2018 में खेले गए एशिया कप में इसी मैदान पर इसी टीम के खिलाफ उन्हें स्ट्रेचर पर लादकर मैदान से बाहर ले जाया गया था।

इसके बाद पांड्या तीन साल तक फिटनेस के कारण टीम से अंदर-बाहर होते रहे। पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कर में टीम इंडिया को पाकिस्तान से हार मिली तो उनकी काफी आलोचना हुई थी। इसके बाद उन्होंने अपनी फिटनेस बेहतर करने के लिए एनसीए में खूब मेहनत की। आईपीएल 2022 में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और उनकी कप्तानी में गुजरात टाइटंस की टीम चैंपियन बनी।

पांड्या की इसके बाद टीम इंडिया में वापसी हुई। पाकिस्तान के खिलाफ इस क्रिकेटर ने 140 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंद की और 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए। जिस पिच पर अन्य बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे वहां उन्होंने महज 17 गेंदों पर 4 चौके और 1 छक्के की मदद से 33 रन बनाए। उन्होंने छक्का लगाकर मैच खत्म किया और भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया।

मैच के बाद टीम इंडिया के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा से हार्दिक ने बातचीत की। इसका वीडियो बीसीसीआई ने शेयर किया है। इसमें हार्दिक पांड्या ने 2018 के उस मैच को याद किया जिसमें उन्हें स्ट्रेचर पर टांगकर मैदान से बाहर ले जाया गया था। उन्होंने कहा, “मुझे सबकुछ याद आ रहा था। मुझे 2018 एशिया कप में इसी टीम के खिलाफ इसी मैदान पर स्ट्रेचर पर ले जाया गया था। अतीत में हुई चीजों के कारण आपको उपलब्धि का आभास होता है। आज मुझे अवसर मिला। सफर शानदार रहा है। हमें मेहनत का फल मिलता है, लेकिन पर्दे के पीछे बहुत से लोगों को श्रेय नहीं मिलता जो हमारे साथ बने रहते हैं।”

हार्दिक ने आगे कहा, “मैं सोच रहा था कि अंतिम ओवर में सात रन इतनी बड़ी चुनौती नहीं है। बाएं हाथ का स्पिनर गेंदबाजी कर रहा था और रिंग के अंदर पांच फील्डर्स थे। यह सब मेरे लिए मायने नहीं रखता। बाउंड्री पर 10 फील्डर खड़े हों इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे बस एक बड़ा शॉट मारना था। पूरी पारी में मैंने सिर्फ एक बार इमोशन दिखाया और वह तब हुआ जब आप आउट हुए। मैं दबाव महसूस नहीं कर रहा था क्योंकि मुझे पता था कि गेंदबाज पर दबाव है। मुझे पता था कि वह एक बैक ऑफ अ लेंथ डिलीवरी करेगा।”

पाकिस्तान के खिलाफ जडेजा ने भी महत्वपूर्ण पारी खेली। उन्होंने 29 गेंदों पर 35 रन बनाए। जीत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण था। मुझे टॉप ऑर्डर में भेजा गया था। मैं स्पिनरों के खिलाफ चांस लेने की सोच रहा था। हमने एक साझेदारी बनाई। यह महत्वपूर्ण था और हम अपनी स्ट्रेथ के हिसाब से खेलेन के बारे में बात कर रहे थे। “