Asia Cup 2022 : एशिया कप 2022 में सुपर-4 में भारत से मैच से पहले पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों का माइंड गेम खेलना जारी है। पहले पूर्व ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने रोहित शर्मा की बॉडी लैंग्वेज पर सवाल उठाए। इसके बाद पूर्व कप्तान राशिद खान ने कहा कि विराट कोहली टी-20 के बड़े खिलाड़ी नहीं हैं। अब पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा है कि रोहित कप्तानी का आनंद नहीं ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या क्रिकेट के छोटे प्रारूप में टीम इंडिया की अगुआई के लिए मजबूत दावेदार बनकर उभर रहे हैं।
शोएब अख्तर ने कहा, “मुझे लगता है कि रोहित शर्मा एक कप्तान के रूप में फंस गए हैं। ऐसा लगता है कि वह इसका आनंद नहीं ले रहे हैं और वह बहुत दबाव ले रहे हैं। इसलिए वह आउट ऑफ फॉर्म हैं। पीठ की चोट से उबरने के बाद हार्दिक पांड्या एक महत्वपूर्ण फैक्टर बनकर उभरे हैं। उन्होंने कप्तान के रूप में अपनी टीम (गुजरात टाइटंस) को आईपीएल 2022 की ट्रॉफी दिलाई और वह टी-20 के लिए कप्तान बनने के प्रबल दावेदार हैं।”
रोहित ने बाबर की अगुआई वाले पाकिस्तान के खिलाफ भारत के टूर्नामेंट के पहले मैच में 18 गेंदों में 12 रन बनाए। हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ दूसरे मैच में भारतीय कप्तान अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे। अनुभवी ओपनर बल्लेबाज ने हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ भारत की 40 रन की जीत में 13 गेंदों में 21 रन बनाए। टी-20 क्रिकेट के इतिहास में दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले, रोहित ने 2007 विश्व चैंपियन के लिए 134 मैचों में 3,520 रन बनाए हैं।
इससे पहले मोहम्मद हफीज ने कहा था रोहित शर्मा पर कप्तानी का काफी दबाव पड़ रहा है और वह काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ” उनके एक्सप्रेशन को देखिए। मैच खत्म होने के बाद भारत ने 40 रन से जीत दर्ज की। मैं बॉडी लैंग्वेज की बात कर रहा हूं जब रोहित शर्मा टॉस के लिए आए। मुझे लगा कि यह बहुत कमजोर बॉडी लैंग्वेज है। वह डरे हुए और भ्रमित लग रहे थे। मैंने मैच के दौरान जो देखा है, उससे लगा कि कप्तानी रोहित शर्मा पर काफी दबाव डाल रही है। उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।”
वहीं राशिद लतीफ ने विराट कोहली को लेकर कहा था कि वनडे में विराट कोहली के करीब भी कोई नहीं है, लेकिन वह कभी भी एक अच्छे टी20 खिलाड़ी नहीं रहे हैं। उनका औसत अच्छा है, लेकिन स्ट्राइक रेट नहीं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विराट कोहली धीमा या तेज खेलते हैं या नहीं। वह 30-35 गेंद खेलकर हिट करना शुरू करते हैं। रोहित शर्मा उस तरह के खिलाड़ी हैं, जो पावरप्ले का इस्तेमाल करते हैं। विराट कभी सूर्यकुमार यादव या रोहित शर्मा नहीं बन सकते। आरसीबी में भी उनके खेलने का अंदाज वही रहता है, इसलिए वह कभी चैंपियन नहीं बन पाए।