एशेज 2023 का आखिरी टेस्ट मैच ओवल स्टेडियम में खेला गया। स्टुअर्ट ब्रॉड के इंटरनेशनल करियर का यह आखिरी टेस्ट मैच था। अपने आखिरी टेस्ट मैच में इस तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया का आखिरी दो विकेट लेकर खास बनाया। इस मैच को स्टुअर्ट ब्रॉड के ‘टोटके’ के लिए भी याद किया जाएगा। दो मौकों पर जब इंग्लैंड को विकेट की तलाश थी उन्होंने बेल्स को इधर – उधर किया और दोनों बार सफलता मिली। पहली पारी में मार्नस लाबुशेन आउट हुए और दूसरी बार टॉड मर्फी।

ओवल में दर्शक सोमवार शाम को काफी उत्साहित थे। इंग्लैंड को पांचवां एशेज टेस्ट जीतने और सीरीज 2-2 से बराबर करने के लिए अंतिम सत्र में आखिरी दो विकेट की जरूरत थी। अपने करियर का आखिरी टेस्ट खेल रहे स्टुअर्ट ब्रॉड और मोईन अली गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन एलेक्स कैरी और टॉड मर्फी बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे। आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई और हर गेंद को उसकी योग्यता के अनुसार खेला। अच्छी गेंदों को डिफेंड किया और खराब गेंदों पर रन बनाया।

निराशा स्टुअर्ट ब्रॉड के चेहरे पर साफ झलक रही थी

विकेट न मिलने की निराशा स्टुअर्ट ब्रॉड के चेहरे पर साफ झलक रही थी। उन्होंने तब तक पचास से अधिक रन दे दिए थे, लेकिन एक भी विकेट नहीं ले सके थे। जब भी वह गेंद फेंकने के लिए दौड़ रहे थे तो प्रशंसक तालियां बजा रहे थे, लेकिन जब बल्लेबाज गेंद डिफेंड कर देते या चौका मार देते तो शोर कम हो जाता था।

ब्रॉड ने 91वें ओवर में बेल्स बदलने का टोटका आजमाया

अपने टेस्ट करियर की आखिरी पारी में अपना पहला विकेट लेने के लिए ब्रॉड ने आखिरकार 91वें ओवर की पांचवीं गेंद फेंकने के बाद बेल्स बदलने का टोटक आजमाया। दर्शक काफी उत्साहित थे। पिछली बार जब अनुभवी तेज गेंदबाज ने ऐसा किया था तो इंग्लैंड को मार्नस लाबुशेन का बेशकीमती विकेट मिला था। अंग्रेज टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन उस समय कमेंट्री कर रहे थे। उन्होंने ने ऑन एयर कहा, ‘बेल्स पलटो, किस्मत पलटो (Flip the bail, flip the luck may be)।

टॉड मर्फी हो गए आउट

इसके बाद जो हुआ चमत्कार से कम नहीं था। ब्रॉड ने ऑफ साइड से बाहर बेहतरीन गेंद फेंकी जो टॉड मर्फी के बल्ले का किनारा लेकर विकेट के पीछे गई। जॉनी बेयरस्टो ने अपनी बायीं ओर ड्राइव लगाकर कैच पूरा किया। दर्शक अपनी सीटों से उछल पड़े जबकि ब्रॉड की मंगेतर मोली एलिजाबेथ किंग की आंखों में उस पल को देखने के बाद आंसू आ गए। ब्रॉड ने 95वें ओवर में उसी अंदाज में एलेक्स कैरी को आउट करके अपना अंतिम टेस्ट विकेट लिया और इंग्लैंड को एशेज में यादगार जीत दिलाई।