पृथ्वी शॉ को खराब फिटनेस और अभ्यास सत्रों में अनियमित उपस्थिति के कारण मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से बाहर कर दिया गया है। भविष्य के सितारे के रूप में देखे जाने के बावजूद पृथ्वी शॉ के हालिया व्यवहार और प्रदर्शन ने उनकी मानसिकता और वर्क एथिक्स (काम के दौरान नैतिक आचरण) पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कभी अगले सचिन तेंदुलकर के रूप में देखे जाने वाले पृथ्वी शॉ ने कई विवादों और असफलताओं का सामना किया है। इन चीजों ने उनके क्रिकेट करियर को पटरी से उतार दिया है। प्रतिबंधित पदार्थ लेने के लिए निलंबित होने से लेकर छेड़छाड़ के आरोप तक, पृथ्वी शॉ के ऑफ-फील्ड मुद्दों ने उनके ऑन-फील्ड प्रदर्शन को प्रभावित किया है।
जुलाई 2019: पृथ्वी शॉ को प्रतिबंधित पदार्थ टेरबुटालाइन के लिए पॉजिटिव पाये जाने के बाद आठ महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, पृथ्वी शॉ ने दावा किया था कि उन्होंने कफ सिरप (डॉक्टर के पर्चे पर लिखे बिना) लिया था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उनकी दलील नहीं मानी और प्रतिबंध लगा दिया।
पृथ्वी शॉ से जुड़े विवादों का घटनाक्रम
- जनवरी 2020: मुंबई के ड्रेसिंग रूम में पृथ्वी शॉ के दुर्व्यवहार और खराब लाइफस्टाइल की रिपोर्ट की गई। इस हरकत की वजह से भारतीय क्रिकेट टीम में उनकी वापसी में देरी हुई।
- दिसंबर 2020: पृथ्वी शॉ पर सिडनी में एक अभ्यास मैच के दौरान चोट का नाटक करने का आरोप लगाया गया था, जिसके लिए अजिंक्य रहाणे ने उन्हें दोषी ठहराया था।
- अप्रैल 2021: पृथ्वी शॉ ने आईपीएल अभ्यास सत्र में बल्लेबाजी करने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण दिल्ली कैपिटल्स के तत्कालीन हेड कोच रिकी पोंटिंग ने उनकी आलोचना की थी।
- मई 2021: पृथ्वी शॉ ने बिना ई-पास के महाराष्ट्र से गोवा तक गाड़ी चलाकर कोविड-19 नियमों का उल्लंघन किया। बाद में अफसरों द्वारा रोके जाने पर उन्होंने ई-पास हासिल कर लिया था।
- मार्च 2022: पृथ्वी शॉ यो-यो टेस्ट पास करने में विफल रहे, जिसके कारण आवश्यक स्कोर से चूक गए और भारतीय टीम में उनका चयन नहीं हो सका।
- फरवरी 2023: पृथ्वी शॉ की कार पर ‘प्रभावशाली लोगों’ के एक ग्रुप ने हमला किया था, क्योंकि उन्होंने उन लोगों के साथ सेल्फी लेने से इनकार कर दिया था। बाद में ग्रुप की एक लड़की ने उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था, हालांकि अदालत ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी।