टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर अजीत अगरकर को टीम इंडिया का नया चीफ सेलेक्टर बनाया गया है। फरवरी में चेतन शर्मा ने स्टिंग ऑपरेशन के बाद चीफ सेलेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था। अगरकर के चीफ सेलेक्टर बनने के बाद चयन समिति सबसे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज के लिए टीम चुनेगी।

बतौर चीफ सेलेक्टर मुंबई के इस पूर्व क्रिकेटर की राह आसान नहीं होने वाली है। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती एशिया कप और भारत में होने वाला वनडे वर्ल्ड कप है। दोनों टूर्नामेंट 90 दिन के अंदर होने हैं। दूसरा चैलेंज विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे 6 खिलाड़ियों का विकल्प ढूंढना होगा।

एशिया कप और वर्ल्ड कप का चैलेंज

अजीत अगरकर के लिए एशिया कप और वर्ल्ड कप बड़ा चैलेंज इसलिए होगा क्योंकि पिछले कुछ समय से मल्टी नेशन टूर्नामेंट में टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। बायलेट्रल सीरीज में टीम विदेशों में भी अच्छा करती है, लेकिन मल्टी नेशन टूर्नामेंट जीते हुए काफी समय हो गया है। साल 2021 में टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल (WTC Final) में हारी। फिर टी20 वर्ल्ड कप में भी उसे हार का सामना करना पड़ा। 2022 में टीम एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप हारी। 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में हारी।

एशिया कप से पता चलेगा वर्ल्ड कप के लिए कितनी तैयार है टीम इंडिया

वर्ल्ड कप से पहले एशिया कप होना है। वनडे फॉर्मेट में टूर्नामेंट खेला जाना है, ऐसे में टीम इंडिया का प्रदर्शन यह बता देगा कि वह अपनी मेजबानी में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप के लिए कितना तैयार है। टूर्नामेंट में खेलने वाली टीम ही वर्ल्ड कप में भी खेलेगी। बदलाव की गुंजाइश काफी कम होगी। ऐसे में अगरकर का रोल काफी अहम होगा। टीम इंडिया 10 साल से आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। वर्ल्ड कप जीते हुए 12 साल हो गए हैं। अपनी मेजबानी में ही टीम आखिरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी थी। ऐसे में इस सूखे को खत्म करने का इससे बेहतर अवसर कुछ नहीं होगा।

कोहली, रोहित और अश्विन जैसे खिलाड़ियों का विकल्प करना होगा तैयार

टेस्ट टीम की बात करें तो विराट कोहली, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन जैसे खिलाड़ी 35 से ज्यादा या इसके आसपास की है। बतौर सेलेक्टर अगरकर को इनका रिप्लेसमेंट ढूंढना होगा। ऐसा नहीं हुआ तो टीम परेशानी में होगी। इसके अलावा ऋषभ पंत के सड़क दुर्घटना का शिकार होने के बाद टेस्ट में टीम इंडिया को विकेटकीपर की कमी की से जूझ रही है। टीम फिलहाल केएस भरत और इशान किशन को विकल्प के तौर पर देख रही है। भरत को मौका मिला है और उन्होंने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है। किशन को अबतक आजमाया नहीं गया है।

खिलाड़ियों का चोटिल होना भी चैलेंज

टीम इंडिया के लिए फिलहाल सबसे बड़ी समस्या खिलाड़ियों का चोटिल होना है। खासकर तेज गेंदबाजों के। जसप्रीत बुमराह लंबे समय से मैदान से दूर हैं। दीपक चाहर और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाजों के साथ भी चोट की समस्या है। इसके अलावा मोहम्मद शमी भी इस साल 33 वर्ष के हो जाएंगे। उमेश यादव भी 35 साल के है, ऐसे में अगरकर को कुछ युवा तेज गेंदबाजों को ढूंढना होगा।