टीम इंडिया के शर्मनाक रिकॉर्ड (36 रन पर ऑलआउट) पर पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने विराट कोहली से हमदर्दी जताई है। उनका मानना है कि यदि पहली पारी में अजिंक्य रहाणे विराट कोहली को रन आउट नहीं कराते तो मैच में भारत की स्थिति कुछ दूसरी होती। दुनिया की सबसे तेज गेंद फेंकने वाले अख्तर ने अपने यूट्यूब (YouTube) ‘Shoaib Akhtar’ पर कहा कि रहाणे ने तो पूरी तरह से कोहली को मार ही डाला। अख्तर के अलावा जावेद मियांदाद, मोहसिन खान समेत पाकिस्तान के कई पूर्व क्रिकेटर्स ने भी भारत की बल्लेबाजी के पतन पर हैरानी जताई है।
शोएब अख्तर ने कहा, ‘यहां से भारत को सोचना है कि उन्हें किस तरह की टीम खिलानी है। लेकिन इस किस्म की परफॉर्मेंस… चलो जिम्बाब्वे आउट होती है, चलो कोई आउट होती है। मैं ये नहीं कहता टीमें आउट नहीं होतीं, सारी होती हैं, लेकिन इतनी हाइप है हिंदुस्तान के लिए कि हम दुनिया की बेस्ट टीम हैं। हम नंबर वन टीम हैं। हम ये हैं। हम वो हैं। फिर ऐसी परफॉर्मेंस आना ये बहुत शर्मिंदा करने वाला है। यह लूडो नहीं है। यह इंस्टाग्राम पर क्रिकेट नहीं है। कृपया क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करें। ये फोकस करना पड़ेगा, हिंदुस्तान को फिर से, कि इस किस्म की फिटनेस के साथ, इस किस्म के ड्रॉप कैचेस के साथ, इस किस्म के रन आउट के साथ कैसे खेलना है।’
अख्तर ने आगे कहा, ‘जिस तरह से विराट कोहली को रन आउट करा दिया रहाणे ने, यह तो मतलब है कि उसको (विराट) तो कारपेट में रोल करके मारा है, पहली इनिंग में। बुलाकर उसने मार डाला। पूरी तरह से हत्या कर दी। वहां पर अगर वह डेढ़-दो सौ रन करता। शायद कुछ लीड बेहतर होती। चाहे बेशक 150 पर आउट हो जाते, 200 पर आउट हो जाते। कुछ लीड होती तो हिंदुस्तान वापस आने की कोशिश करता। लेकिन यह बहुत निराशाजनक है, यह बहुत निराशाजनक है। यह ऐसा है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।’
शोएब अख्तर ने कहा कि उन्होंने जो कुछ देखा उस पर उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था। उन्होंने कहा, ‘यह देखना (विराट) कोहली के लिए निश्चित तौर पर दुस्वप्न था कि उनकी पूरी टीम केवल 36 रन पर आउट हो गई। बल्लेबाजों का रवैया सकारात्मक नहीं था। पहली पारी में बढ़त हासिल करके उनके पास जीत का बहुत अच्छा मौका था।’
वहीं, पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा, ‘मुझे तब विश्वास नहीं हुआ जब सुबह मैंने ऑस्ट्रेलिया को दोबारा बल्लेबाजी करते हुए देखा और उन्हें केवल 90 रन की जरूरत थी।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने आउट होने के तरीकों पर गौर किया और ईमानदारी से कहूं तो पिच में कुछ भी गलत नहीं था। मुझे लगता है कि बल्लेबाजों ने जज्बा नहीं दिखाया और वे ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को खेलने को लेकर दोहरी मानसिकता में लगे।’
दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने इसे भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे बुरा दिन बताया। उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो कुछ गेंदों को खेलना बहुत मुश्किल था लेकिन मुझे इस पर हैरानी हुई कि किसी ने भी संघर्ष नहीं किया। यह टीम 36 रन पर आउट होने लायक नहीं है।’