आईपीएल 2025 में मुंबई के स्टार बल्लेबाज व पूर्व कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला लगातार खामोश है। रोहित अच्छी शुरुआत के बाद बड़ा स्कोर बनाने में लगातार नाकाम हो रहे हैं। हैदराबाद के खिलाफ भी उन्होंने 3 छक्कों के साथ 16 गेंदों पर 26 रन बनाए, लेकिन फिर आउट हो गए। रोहित की लगातार नाकामयाबी के बाद टीम इंडिया के पूर्व ओपनर सहवाग ने उनकी फॉर्म को लेकर उन पर फिर से हमला बोला।

सहवाग अपनी बेबाक राय के लिए मशहूर हैं और अब उन्होंने रोहित को कड़ी चेतावनी देते हुए साफ तौर पर कहा कि उनकी आईपीएल विरासत खतरे में है। टीम इंडिया के पूर्व ओपनर ने ये भी कहा कि रोहित का आईपीएल फॉर्म पिछले कुछ साल में अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि रोहित ने भारत का कप्तान बनने के बाद अपने अप्रोच में बदलाव किया है और इसका असर उनके प्रदर्शन और उनकी विरासत पर पड़ रहा है।

अकेले ही सारे त्याग करना चाहते हैं रोहित

क्रिकबज ने वीरेंद्र सहवाग के हवाले से कहा कि अगर आप रोहित के पिछले 10 सालों के आईपीएल नंबरों को देखें, तो उन्होंने सिर्फ एक बार 400 से ज्यादा रन बनाए हैं। इसलिए वह ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जो सोचते हैं कि उन्हें 500 या 700 रन बनाने की जरूरत है। अगर वह सोचते हैं तो शायद वह ऐसा कर सकते हैं। जब वह भारतीय कप्तान बने तो उन्होंने कहा कि वह ऐसा खिलाड़ी बनना चाहते हैं जो पावर प्ले का फायदा उठाना चाहता हो और मौकों का फायदा उठाना चाहता हो इसलिए वह अकेले ही सारे त्याग करना चाहते थे, लेकिन वह इस बात पर विचार नहीं कर रहे हैं कि दिन के अंत में, जब वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं तो जो आपकी विरासत होती है जो चोटिल हो रही होती है।

अब उसके जाने का टाइम आ गया

सहवाग ने यहां तक ​​कहा कि शायद भारतीय कप्तान के लिए खेल के छोटे प्रारूप से दूर जाने के बारे में गंभीरता से सोचने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि अब उसका जाने का समय आ गया है और रिटायर होने से पहले, आप प्रशंसकों को आपको याद रखने के लिए कुछ देना चाहेंगे न कि ऐसे पल जो उन्हें यह सोचने पर मजबूर करें कि वे उसे क्यों नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि रोहित शॉर्ट गेंदों के खिलाफ पुल शॉट खेलते समय आउट हो जाते हैं। सहवाग को लगता है कि रोहित को तब तक इस शॉट से बचना चाहिए जब तक कि वो अपनी इस कमी को दूर ना कर लें। उनका मानना ​​है कि रोहित को क्रीज पर अधिक समय बिताने धीमी गति से खेलने और खुद को स्थिर होने का उचित मौका देने की जरूरत है।