भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उन्हें कभी देश के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। इन खिलाड़ियों में से एक गुजरात के प्रियांक पांचाल भी रहे जिन्होंने कभी भारतीय टीम में जगह नहीं मिल पाई। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद उन्होंने 26 मई 2025 को क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
जिंदगी में क्रिकेट से भी बढ़कर बहुत कुछ
प्रियांक पांचाल ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्होंने 35 साल की उम्र में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास क्यों ले लिया। पांचाल की ये प्रतिक्रिया उस समय सामने आई जब वह एक्स पर अपने फॉलोअर्स के साथ आस्क मी एनीथिंग सत्र की मेजबानी कर रहे थे। इस दौरान एक फैन ने उनसे पूछ लिया कि उन्होंने इतनी जल्दी रिटायमेंट क्यों ले ली। उन्होंने इसका जबाव देते हुए काफी बातें कही और इसकी वजह का भी खुलासा किया।
अपनी रिटायरमेंट के बारे में बात करते हुए पांचाल ने एक्स पर लिखा कि हर क्रिकेटर के दो करियर होते हैं- एक खेलने वाला और एक नहीं खेलने वाला। जब मुझे पता चला कि मैं भारत के लिए नहीं खेल पाऊंगा तो मैंने दूसरे करियर को जल्दी शुरू करने और इससे आगे बढ़ने का फैसला किया। आखिरकार जिंदगी में क्रिकेट से भी बढ़कर बहुत कुछ है।
पंचाल ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान भारत ए का नेतृत्व किया था और कुछ मौकों पर सीनियर टीम में विकल्प के तौर पर भी शामिल रहे थे। वह कुछ मौकों पर भारतीय रेड-बॉल टीम का हिस्सा रहे थे जिसमें चोटिल रोहित शर्मा की जगह टीम में शामिल होना भी शामिल है। इंग्लैंड के खिलाफ भारत की घरेलू टेस्ट सीरीज में अभिमन्यु ईश्वरन के साथ उन्हें रिजर्व सलामी बल्लेबाजों की लिस्ट में भी शामिल किया गया था।
प्रियांक ने बनाए 14,050 रन, ठोके 36 शतक
प्रियांक के क्रिकेट करियर का बात करें तो उन्होंने फर्स्ट क्लास, लिस्ट ए और टी20 मैचों में कुल 14,050 रन बनाए थे और इस दौरान उन्होंने कुल 35 शतक भी लगाए। उन्होंने 127 फर्स्ट क्लास मैचों में 29 शतक के साथ 8856 रन बनाए थे जबकि 97 लिस्ट ए मैचों में उन्होंने 8 शतक के साथ 3672 रन बनाए थे। अपने करियर में उन्होंने 59 टी20 मैचों में 9 अर्धशतक के साथ 1522 रन बनाए थे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 314 रन रहा जबकि लिस्ट एक मैचों में 136 और टी20 प्रारूप में उनका बेस्ट स्कोर 79 रन रहा।