तुषार भादुड़ी
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के पहले सेमीफाइनल में जब टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने उतरेगी तो भारतीय फैंस और शायद खिलाड़ी भी 2019 विश्व कप की हार का बदला चाहेंगे। 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भी भारत और न्यूजीलैंड के बीच भिड़ंत हुई थी। वहां न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को हरा दिया था। उस मैच में महेंद्र सिंह धोनी का रन आउट इंडियन फैंस के लिए कभी ना भूलने वाला पल है, क्योंकि वह रन आउट ही धोनी के करियर की आखिरी पारी साबित हुई।
विश्व कप सेमीफाइनल में ना भूले जाने वाले रन आउट
वर्ल्ड कप के इतिहास पर नजर डालें तो 2019 विश्व कप सेमीफाइनल में धोनी का रन आउट और 1999 विश्व कप में एलन डोनाल्ड का रन आउट क्रिकेट फैंस के लिए कभी ना भूलने वाला क्षण है। भारत-न्यूजीलैंड का मैच 2019 की याद को ताजा करेगा तो वहीं ऑस्ट्रेलिया-साउथ अफ्रीका दूसरा सेमीफाइनल भी 1999 की याद दिलाएगा। इन दोनों रन आउट में एक बात समान है और वह यह कि धोनी और एलन डोनाल्ड के विकेट के साथ ही टीम के भारत की 2019 में और साउथ अफ्रीका की 1999 में सभी उम्मीदें खत्म हो गई थीं।
भारत बनाम न्यूजीलैंड, 2019 वर्ल्ड कप
फाइनल में जगह बनाने के लिए भारत और न्यूजीलैंड के बीच का यह सेमीफाइनल दो दिवसीय था, क्योंकि एक दिन बारिश के कारण मैच प्रभावित हुआ था। रिजर्व डे में न्यूजीलैंड की पारी 46.1 ओवर में 211/5 पर से आगे बढ़ी और 50 ओवर में कुल स्कोर 239/8 रहा। इसमें रॉस टेलर (74) और कप्तान केन विलियमसन (67) का अहम योगदान रहा। भारत की शुरुआत खराब रही थी। 92 रन पर 6 विकेट गिर गए थे। फिर धोनी और जडेजा की साझेदारी से भारत जीत के करीब पहुंचा था। आखिर में भारत को 13 गेंद में 32 रन की जरूरत थी। धोनी क्रीज पर थे तो यह बिल्कुल संभव था।
धोनी के रन आउट से टूट गए करोड़ों दिल
एमएस धोनी ने लॉगी फर्ग्युसन की गेंद पर पॉइंट के उपर से छक्का लगाकर स्कोर को और करीब ले जाने का काम किया। अंत में भारत को 10 गेंद में 25 रन की जरूरत थी और धोनी के रहते हुए यह बिल्कुल संभव था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। फर्ग्युसन ने धोनी को एक शॉर्ट गेंद फेकी। इस गेंद को धोनी लेग साउड पर 30 यार्ड सर्कल के अंदर ही खेला और दो रन लेने की कोशिश की। दूसरा रन लेते वक्त मार्टिन गुप्टिल का एक सीधा थ्रो स्टंप पर जा लगा और धोनी रन आउट हो गए। उनके आउट होते ही भारत की जीत की उम्मीदें टूट गईं। भारत 18 रन से यह मैच हार गया।
1999 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल: ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका
यह मुकाबला बर्मिंघम में खेला गया था। दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 213 रन का लक्ष्य दिया था। ऑस्ट्रेलिया एक समय पर 68/4 था, लेकिन स्टीव वॉ और माइकल बेवन के बीच हुई 90 रन की साझेदारी ने टीम का स्कोर 213 तक पहुंचा दिया। इस मैच में शान पोलाक और एलन डोनाल्ड ने मिलकर 9 विकेट लिए थे।
213 के लक्ष्य का पीछा करते हुए हर्शल गिब्स और गैरी कर्स्टन ने पहले विकेट के लिए 48 रन जोड़े। गिब्स के आउट होने के बाद टॉप ऑर्डर ध्वस्त हो गया और साउथ अफ्रीका ने 61 पर 4 विकेट गंवा दिए। इसके बाद जॉन्टी रोड्स और जैक कालिस के बीच करीब 70 रन की पार्टनरशिप हुई, जिसने मैच को काफी करीब तक पहुंचा दिया। 145 के स्कोर पर जॉन्टी रोड्स आउट हुए थे। इसके बाद छोटे-छोटे अंतराल पर विकेट गिरते गए और आखिर में 8 गेंद के अंदर 16 रन की जरूरत थी।
आखिरी ओवर में 8 रन चाहिए थे। क्लूजनर ने शुरू की दो गेंद पर लगातार दो चौके जड़ दिए। अब स्कोर बराबरी पर था। ओवर की तीसरी गेंद पर नॉन स्ट्राइकर एंड पर एलन रन आउट होते-होते बचे थे। डैरेन लेमन का थ्रो स्टंप पर नहीं लगा, लेकिन ओवर की चौथी गेंद पर कुछ ऐसा हो गया, जिसने दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट फैंस को गहरी चोट दे दी। इस गेंद पर क्लूजनर ने शॉट मारना चाहा, लेकिन गेंद बल्ले से लगकर बॉलर के पास फॉलो थ्रू तक ही गई थी कि क्लूजनर अपनी क्रीज से भाग गए। उधर एलन रन के लिए मना कर रहे थे, लेकिन क्लूजनर को क्रीज छोड़ता देख उन्होंने क्रीज छोड़ दी और दूसरे छोर पर रन आउट हो गए और मैच टाई घोषित हुआ।