किंग ऑफ पॉप के नाम से मशहूर अमेरिकी पॉप सिंगर माइकल जैक्सन का जन्म 29 अगस्त, 1958 को हुआ था। माइकल जैक्सन का भारत में इकलौता शो साल 1996 में मुंबई में हुआ था। दरअसल, सितंबर 1996 से अक्टूबर 1997 के बीच जैक्सन वर्ल्ड टूर पर निकले थे। इस दौरान उन्होंने 83 शो किए, जिसमें से एक का आयोजन अंधेरी (मुंबई) के स्पोर्ट्स एरीना में हुआ था। तब महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार थी।
राज्य की तत्कालीन सरकार ने माइकल जैक्सन के शो को चैरिटेबल कार्यक्रम बताकर एंटरटेनमेंट टैक्स माफ कर दिया था। इस वजह से बाद में सरकार को कोर्ट के सामने भी पेश होना पड़ा था। इसके अलावा राज ठाकरे पर माइकल जैक्सन से चार करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगा था। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि शो को चैरिटेबल क्यों बताया गया था और माइकल जैक्सन की भारत यात्रा कैसी रही थी।
शिव उद्योग सेना और माइकल जैक्सन
1996 में शिवसेना संस्थापक बाल केशव ठाकरे के भतीजे राज ठाकरे (अब मनसे प्रमुख) ने 27 लाख युवाओं को नौकरी देने के लिए शिव उद्योग सेना की शुरुआत की थी। बाल ठाकरे ने दशहरा रैली में इसका औपचारिक आरंभ किया था। शिव उद्योग सेना के लिए धन जुटाने के कथित मकसद से राज ने मुंबई में विजक्राफ़्ट (Wizcraft Entertainment Agency Pvt. Ltd.) के साथ मिलकर माइकल जैक्सन के कंसर्ट का आयोजन किया।
ठाकरे परिवार पर लिखी किताब ‘ठाकरे भाऊ’ में धवल कुलकर्णी ने बताया है कि एयरपोर्ट पर माइकल जैक्सन का स्वागत राज, उनकी पत्नी शर्मिला, बेटे अमित और अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे ने किया था। एक तरफ शिवसेना माइकल जैक्सन के अगवानी में लगी थी, दूसरी तरफ सेना की तत्कालीन सहयोगी पार्टी भाजपा कंसर्ट से दूरी बनाए हुए थी।
शिवसेना के आलोचक यह सवाल उठा रहे थे कि जो पार्टी हिंदू मान्यताओं व मराठी गौरव को ऊंचा उठाए रखने की बात करती है और पश्चिमी संस्कृति के प्रसार को रोकने के नाम पर वैलेंटाइन डे का विरोध करती है, वह किस तरह से एक पाश्चात्य गायक का कार्यक्रम करवा सकती है?
मातोश्री के टॉयलेट में बंद हुए जैक्सन
माइकल जैक्सन भारत यात्रा के दौरान मातोश्री में सेना प्रमुख बाल ठाकरे से भी मिले थे। बहुत बाद में शेखर गुप्ता से बात करते हुए बाल ठाकरे ने माइकेल जैक्सन से मुलाक़ात की उस घटना के बारे में बताया था- “जैक्सन एक महिला और अनेक बच्चों के साथ आया था। उनमें से किसी एक ने टॉयलेट के बारे में पूछा, और एक के बाद एक सभी बच्चे अंदर चले गए। माइकल जैक्सन और वह महिला भी अंदर चली गई। उसके बाद उन्होंने अंदर से दरवाज़ा बंद कर लिया और आधे घंटे तक बाहर नहीं निकले।” बाल ठाकरे ने जिस तरह से इस घटना का विवरण दिया, उससे मालूम चलता है कि वह खुद भी यह सब देख हैरान थे।
क्या राज ठाकरे ने माइकल जैक्सन से मांगे थे 4 करोड़?
आउटलुक में प्रकाशित फरजाना कॉन्ट्रैक्टर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज ठाकरे ने माइकल जैक्सन से शिव उद्योग सेना के लिए चार करोड़ रुपये मांगे थे। यह डिमांड जैक्सन के लिए भी हैरान करने वाली थी। रिपोर्ट की मानें तो जब जैक्सन फिलीपींस की राजधानी मनीला में शो के लिए पहुंचे थे, तभी उनके एजेंट ने उन्हें बताया कि “एक बुरी खबर है। मुंबई में शो से आपकी जो कमाई होगी, उनमें से चार करोड़ राज ठाकरे नाम के एक व्यक्ति को देना होगा।
पहले तो जैक्सन ने पैसा देने से साफ मना कर दिया। फिर एजेंट ने समझाया कि उनके पास ऐसा करने का विकल्प नहीं है। अगर आप पैसे नहीं देते हैं तो मुंबई में कोई शो नहीं हो पाएगा, “हमारा पहले भी एक शो कैंसिल हो चुका है, जब मुंबई को बम्बई के नाम से जाना जाता था।”
इसके बाद जैक्सन ने पूछा कि ये राज ठाकरे कौन है, क्या कोई बड़ा आदमी है? एजेंट ने बताया कि उसे भी ठीक-ठीक नहीं मालूम। लेकिन राज ठाकरे के चाचा बड़े आदमी हैं। मुंबई में कोई उनसे पंगा नहीं लेना चाहेगा, विजक्राफ़्ट भी नहीं। इसलिए आपको चार करोड़ रुपये दे देने चाहिए। ये रकम आपके लिए कोई बड़ी बात नहीं है।
जैक्सन ने पूछा कि क्या हो अगर मैं पहले शो कर लूं और बाद में पैसा देने से मना कर दूं। जैक्सन के इस चालाकी भरे सुझाव पर एजेंट ने कहा कि राज ठाकरे धोखाधड़ी करने वालों को मूनवॉक कराने के लिए जाने जाते हैं।
इतना सुनने के बाद जैक्सन ने पूछा कि उनके पैसों का क्या इस्तेमाल किया जाएगा। एजेंट ने बताया कि पैसों का इस्तेमाल अच्छे काम के लिए होगा। उसे शिव उद्योग सेना पर खर्च किया जाएगा, यह 27 लाख बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए राज ठाकरे द्वारा बनाई गई एक एजेंसी है। जैक्सन ने पूछा क्या ये बेरोजगार मेरे फैन हैं? एजेंट ने कहा- नहीं, लेकिन बन जाएंगे।
इसके बाद जैक्सन पैसा देने को तैयार हो गए। एजेंट ने जाते-जाते यह भी बता दिया कि “इसमें ज्यादा बुरा मानने की बात नहीं है। बेंगलुरु में अभी मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता चल रही है, उसमें जो भी मिस वर्ल्ड बनेगी उसे उद्धव ठाकरे को चार मिलियन डॉलर देना होगा।”
बाल ठाकरे के भाई ने दी आत्मदाह की चेतावनी
माइकल जैक्सन के शो का आयोजन अंधेरी के जिस स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में होने वाला था, उसे बाल ठाकरे के छोटे भाई रमेश ने पहले ही अपने किसी कार्यक्रम के लिए बुक कर रखा था। दोनों भाइयों में पहले से अनबन थी। रमेश आरोलि नामक एक पत्रिका निकालते थे। जैक्सन के शो के लिए रमेश की अग्रिम बुकिंग रद्द कर दी गई। इससे नाराज होकर रमेश ने आत्मदाह करने की धमकी दी। रमेश को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में पारिवारिक मित्रों ने बैठक कर रास्ता निकाला।
शिव उद्योग सेना का क्या हुआ?
पुलिस का आकलन था कि 1 नवम्बर 1996 को आयोजित उस कॉन्सर्ट में क़रीब 70 हज़ार लोग आए थे, जबकि विजक्राफ़्ट का दावा था कि केवल 16,200 टिकट बेचे गए थे। वैभव पुरंदरे ने अपनी किताब बाल ठाकरे एंड द राइज़ ऑफ़ शिवसेना में लिखा है कि शिव उद्योग सेना को उम्मीद थी कि इस आयोजन से चार करोड़ रुपए जुटाए जा सकते थे, लेकिन राज ने यह स्वीकार किया कि उनको आलोचना के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ। शिव उद्योग सेना ने उसी स्थान पर 1997 में लता मंगेशकर के एक कॉन्सर्ट का आयोजन किया लेकिन मराठी युवाओं को नौकरी और आजीविका दिला पाने का काम पूरा नहीं हो पाया।