पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शेख शाहजहां द्वारा यौन उत्पीड़न की पीड़ितों में से एक रेखा अब बशीरहाट सीट से लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की उम्मीदवार हैं। हाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेखा पात्रा को फोन किया और उन्हें शक्ति स्वरूपा कहा। इतना सब होने के बाद रेखा पात्रा का कहना है कि मैं अभी भी अचंभित हूं। मैंने इसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। कभी-कभी जब मीडिया मुझसे कुछ कहने के लिए कहता है तो मेरे पास शब्द नहीं होते लेकिन मां-बहनें मेरे साथ हैं।

बशीरहाट में 7वें चरण में 1 जून को मतदान होगा। चुनाव प्रचार को देखते हुए रेखा पात्रा ने अपनी युवा बेटियों को एक रिश्तेदार के घर भेज दिया है। उनके पति संदीप पात्रा जो तमिलनाडु में मजदूरी करते हैं, उनकी मदद करने के लिए घर वापस आ गए हैं। रेखा पात्रा ने बताया कि एक हफ्ते तक वे सभी अपनी सुरक्षा के लिए एक अज्ञात स्थान पर रहे।

रिश्तेदारों और भाजपा कार्यकर्ताओं से भरा हुआ है रेखा का घर

संदेशखाली द्वीप पर पतरापारा के पास रेखा के दो कमरे का घर इन दिनों रिश्तेदारों और भाजपा कार्यकर्ताओं से भरा हुआ है। घर में एक टीवी सेट लगातार चलता रहता है। चुनाव अभियान के लिए रेखा महिला समर्थकों और छोटे टोटो में भाजपा नेताओं के साथ संदेशखाली ब्लॉक 2 का चक्कर लगा रही हैं, प्रार्थना करने के लिए मंदिरों में रुक रही हैं। रेखा का कहना है, “मैंने आजीविका कमाने के लिए दूसरों के घरों में काम किया लेकिन हर दिन डर लगा रहता था। अब मैं गांव-गांव यात्रा करती हूं और कम से कम एक उम्मीदवार के रूप में, मुझे कोई डर नहीं है।

रेखा का कहना हैं, “मैं यहां पीड़ितों में से हूं लेकिन मुझमें खड़े होने का साहस था। मुझे पता था कि मुझे यह करना होगा। उन्होंने मेरे साथ जो किया वह गलत था। दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब हम उन्हें सजा मिलने का इंतजार कर रहे हैं।’ वह कहती हैं कि संदेशखाली की महिलाएं इस लड़ाई में उनके साथ हैं, इससे उन्हें आत्मविश्वास मिलता है। रेखा ने कहा, “यह मत सोचिए कि केवल रेखा पात्रा ही चुनाव लड़ रही हैं। मैं संदेशखाली की उन सभी महिलाओं की प्रतिनिधि हूं जिन पर सत्ताधारी पार्टी के गुंडों द्वारा हमला किया गया था। वे सभी यह चुनाव लड़ रही हैं।”

rekha patra| sandeskhali | west bengal
भाजपा नेता रेखा पात्रा (Source- Indian Express)

रेखा के पति को भी यातना का सामना करना पड़ा

रेखा पात्रा का कहना है, “सिर्फ महिलाओं को ही उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़ा। मेरे पति को भी यातना का सामना करना पड़ा। टीएमसी के गुंडों ने उन्हें दो बार पीटा।”

रेखा के एक पड़ोसी अरिजीत मैती जो टीएमसी नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भी शामिल हुए थे कहते हैं, “रेखा पात्रा ने एक उदाहरण स्थापित किया है। 8 फरवरी को कई महिलाओं ने आंदोलन किया लेकिन वह रेखा ही थीं जो सबसे ज्यादा मुखर थीं। वह वही थी जो लिखित शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन पहुंची थी। वह पहली थीं।”

BJP
चुनाव प्रचार में जुटीं रेखा पात्रा

बीजेपी ने बनाया लोकसभा चुनाव 2024 का उम्‍मीदवार

रेखा के जीवन में यह बदलाव तब शुरू हुआ जब 5 जनवरी को टीएमसी के निलंबित जिला परिषद सदस्य शेख शाहजहां पर छापा मारने के लिए संदेशखाली आए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया गया। चूंकि शाहजहां और उसके साथी फरार थे, 8 फरवरी को रेखा पात्रा सहित क्षेत्र की महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और स्थानीय टीएमसी नेताओं पर यौन उत्पीड़न, मारपीट और ज़मीन कब्ज़ा करने का आरोप लगाया।

shahjahan sheikh
शाहजहां शेख से जुड़ी जानकारी

उसी दिन, रेखा पात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और बाद में मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया। पुलिस ने रेखा और एक अन्य महिला की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की, जिसके बाद 29 फरवरी को शाहजहां की गिरफ्तारी हुई। इस सबके बाद भाजपा ने रेखा पात्रा को टीएमसी सरकार में हुए अत्‍याचारों के खिलाफ अपने अभियान के चेहरे और उम्मीदवार के रूप में चुना।

टीएमसी का भाजपा पर अटैक

वहीं, दूसरी ओर टीएमसी ने गुरुवार को विवरण जारी कर दिखाया कि रेखा पात्रा ने 2021 में ममता बनर्जी सरकार की स्वास्थ्य बीमा योजना, स्वास्थ्य साथी का लाभ उठाया था। रेखा पात्रा ने इस मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि टीएमसी ने उनकी निजी जानकारी साझा की है। इसे उनके निजता के अधिकार और एससी/एसटी अधिनियम का उल्लंघन बताया है।

भाजपा ने चुनाव आयोग से भी इस मामले पर ध्यान देने को कहा है। वहीं टीएमसी ने कहा है कि भाजपा को झूठ फैलाने से बचना चाहिए कि योजनाओं का लाभ बंगाल में इच्छित लाभार्थियों तक नहीं पहुंचता है। द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए संदेशखाली के टीएमसी विधायक सुकुमार महतो ने इस मुद्दे पर कहा, “उन्होंने ममता बनर्जी की योजनाओं स्वस्थ साथी, लक्ष्मीर भंडार का लाभ उठाया है। फिर भी उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में खड़ा होना चुना। उनसे पूछें कि अगर वह जीत गईं तो उनकी प्राथमिकता क्या होगी?”

रेखा पात्रा ने इस सवाल के जवाब में कहा, “हमें महिलाओं का सम्मान बहाल करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लोगों को यहीं नौकरी मिले और उन्हें मेरे पति की तरह दूसरे राज्यों में न जाना पड़े।”

बशीरहाट लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे ये थे

अभिनेत्री नुसरत जहां बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से निवर्तमान सांसद हैं। संदेशखाली विवाद के बाद क्षेत्र में सांसद की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। विवादों के बाद नुसरत जहां को लोकसभा चुनाव में टीएमसी का टिकट नहीं मिला है। टीएमसी ने हाजी नुरुल इस्लाम को टिकट दिया है।

पिछले चुनाव परिणाम की बात करें तो बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में टीएमसी को 54.6%, बीजेपी को 30.1% और कांग्रेस को 7.3% वोट मिले थे। वहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी को 38.6%, सीपीआई को 30% और बीजेपी को 18.4% वोट मिले थे।

ये भी पढ़ें- बचपन में कार धोने का काम करने वाला शाहजहां कैसे बना संदेशखाली का ‘शेख’?

शेख कई ईंट भट्ठों का मालिक है। उसके नियंत्रण में 200 बीघे से अधिक का मत्स्योद्योग भी है। वह लोकल होलसेल फिश मार्केट भी कंट्रोल करता है।

shahjahan sheikh

शाहजहां शेख के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए ऊपर के दिए फोटो पर क्लिक करें