लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा एक वीडियो मिला। इसमें उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि यह बिहार के हक की लड़ाई है। यूजर्स ने दावा किया कि नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए मार्च निकाला। यूजर्स ने दावा किया कि यह वीडियो हाल ही का है।

जांच के दौरान हमने पाया कि वायरल वीडियो पुराना है और इसे भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है दावा?

X यूजर ShivRaj Yadav ने वायरल वीडियो भ्रामक दावे के साथ शियर किया।

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन नीचे देखें।

https://archive.ph/Otvqi

अन्य उपयोगकर्ता भी यही वीडियो साझा कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

वीडियो में नीतीश कुमार कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि सीमांध्र (2014 में तेलंगाना के निर्माण के बाद आंध्र प्रदेश का बचा हुआ राज्य) को भाजपा के समर्थन से 24 घंटे के भीतर विशेष दर्जा दे दिया गया, जबकि बिहार जैसे राज्य को नज़रअंदाज़ कर दिया गया।

हमने जाँच की कि क्या इस बारे में हाल ही में कोई खबर थी।

वीडियो पर ABP न्यूज़ का लोगो साफ़ देखा जा सकता था, जिससे पता चलता है कि वीडियो ABP न्यूज़ का ही था।

इसके बाद हमने YouTube पर कीवर्ड सर्च किया, “नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आगे बढ़े”, जिससे हमें ABP न्यूज़ पर वही वीडियो मिला।

इससे हमें ABP न्यूज़ के YouTube चैनल पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला।

वीडियो का शीर्षक था: Nitish Kumar marches to Gandhi Maidan demanding ‘special status’ to Bihar

यह वीडियो दस साल पहले 2 मार्च 2014 को अपलोड किया गया था।

हमें इस बारे में खबरें भी मिलीं।

रिपोर्ट में कहा गया है: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर पटना के गांधी मैदान में धरने पर बैठे हैं।

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है: नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार द्वारा नवगठित सीमांध्र राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने के बाद बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग करते हुए राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया।

निष्कर्ष: बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग करते हुए मीडिया को दिए गए साक्षात्कार का नीतीश कुमार का वीडियो पुराना है। वायरल दावा भ्रामक है।