चुनाव आयोग ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की। तारीखों की घोषणा के साथ ही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती भी चुनावी मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इल्तिजा, बिजबेहरा से चुनावी मैदान में उतरेंगी।
बिजबेहरा को मुफ्तियों का गृह क्षेत्र माना जाता है। पार्टी पिछले 28 सालों से यह सीट जीत रही है। इल्तिजा मुफ्ती यहां पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहमान वीरी की जगह चुनाव लड़ेंगी। अब्दुल ने 1999 से 2018 तक बिजबेहरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया, अब वह अनंतनाग पूर्व से चुनाव मैदान में उतरेंगे।
इल्तिजा अपने परिवार से इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाली तीसरी पीढ़ी की सदस्य होंगी। महबूबा के पिता और इल्तिजा के दादा मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी 1967 में बिजबेहरा से चुनाव जीता था। वहीं, इल्तिजा की मां महबूबा मुफ्ती ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। वह जून में अनंतनाग-राजौरी से लोकसभा चुनाव हार गईं थीं।
महबूबा मुफ्ती की मीडिया सलाहकार रह चुकी हैं इल्तिजा
अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद उनकी मां को हिरासत में लिए जाने के बाद इल्तिजा ने राजनीति में कदम रखा। पिछले साल उन्हें महबूबा मुफ्ती का मीडिया सलाहकार नियुक्त किया गया था। ऐसे समय में जब मुख्यधारा के अधिकांश नेता हिरासत में थे, इल्तिजा कश्मीर में एक मजबूत आवाज बनकर उभरीं। उन्होंने हाल के लोकसभा चुनावों में अनंतनाग-राजौरी सीट पर अपनी मां महबूबा के लिए प्रचार भी किया, जहां से पीडीपी प्रमुख हार गईं।

दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक हैं इल्तिजा मुफ़्ती
दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक इल्तिजा ने यूनाइटेड किंगडम के वारविक विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में मास्टर डिग्री ली है। दो बहनों में बड़ी इल्तिजा का पालन-पोषण ज्यादातर उनकी मां महबूबा ने किया है क्योंकि उनके पिता जावेद इकबाल शाह और मां अलग हो गए थे। इल्तिजा की बड़ी बहन श्रीनगर में पीआर प्रोफेशनल हैं।
लिविंग रूम में सीखी राजनीति की एबीसीडी- इल्तिजा
इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में इल्तिजा ने कहा था कि उनका राजनीतिक बपतिस्मा उनके लिविंग रूम से शुरू हुआ, जहां वह अपनी मां और अपने दादा, दिवंगत पीडीपी संस्थापक और पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद के बीच होने वाली बातचीत को सुनती थीं। उन्होंने कहा, “मैं नौ या दस साल की थी और मैं निश्चित रूप से उनकी कहानियों के पात्रों को जानती थी। जब उन्हें एहसास हुआ कि मैं समझने लगी हूं कि वे क्या चर्चा कर रहे हैं तो उन्होंने मुझे भी मैदान में आने दिया।”
अमित शाह को पत्र लिखकर किया था सवाल
अगस्त 2019 में जब जम्मू-कश्मीर में सब कुछ बंद था और इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई थी, तब इल्तिजा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर सवाल किया था कि उन्हें अपने श्रीनगर आवास में क्यों हिरासत में रखा गया। इल्तिजा को घाटी से बाहर जाने की इजाजत दे दी गई, जहां उन्होंने अपनी मां से मिलने की इजाजत के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जिसे आखिरकार मंजूर कर लिया गया। महबूबा की रिहाई के बाद मीडिया से बातचीत और बैठकों के दौरान इल्तिजा को उनके साथ देखा गया।

जून 2022 में उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों और निर्णयों के बारे में बात करने के लिए एक्स पर “आपकी बात इल्तिजा के साथ” नाम से एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सीरीज शुरू की थी।
पीडीपी ने की आठ विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों के नामों की घोषणा
केंद्र शासित प्रदेश में 18 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 तक चुनाव होंगे। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होगा और वोटों की गिनती 4 अक्टूबर 2024 को होगी। जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को पीडीपी ने दक्षिण कश्मीर के आठ विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों के नामों की घोषणा की। निर्वाचन क्षेत्र प्रभारियों की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर पीडीपी प्रवक्ता मोहित भान ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी पार्टी के उम्मीदवार हैं।
पीडीपी द्वारा घोषित अन्य उम्मीदवारों में मध्य कश्मीर की चरार-ए-शरीफ सीट से महासचिव गुलाम नबी लोन, पुलवामा से वहीद-उर-रहमान पारा, देवसर से वरिष्ठ नेता सरताज मदनी, अनंतनाग से महबूबा बेग और शोपियां की वाची सीट से गुलाम मोहिउद्दीन वानी शामिल हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस में बातचीत
जम्मू-कश्मीर के लिए चुनाव की घोषणा के साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने शीर्ष स्तर पर बातचीत शुरू कर दी है। दोनों दलों ने इंडिया गठबंधन के हिस्से के रूप में लोकसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ा था, जिसमें एनसी ने श्रीनगर और अनंतनाग सीटों पर जीत हासिल की थी। हालाँकि, कांग्रेस जम्मू में दोनों सीटें हार गई थी।

कांग्रेस ने महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए भी अपने दरवाजे खुले रखे हैं। कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने सोमवार को कहा कि एनसी ने कांग्रेस नेतृत्व से संपर्क किया है, “मेरी जानकारी के अनुसार नेशनल कॉन्फ्रेंस पहले ही हमारे केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क कर चुकी है।”
समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन के लिए तैयार कांग्रेस
कर्रा ने कहा कि हमारी पार्टी भाजपा की तानाशाही नीतियों का विरोध करने वाली हर समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करने के लिए जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति गठित की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि गठबंधन के लिए पीडीपी और अन्य दलों से भी बातचीत की जाएगी।
हालांकि, एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस के साथ बातचीत अभी शुरू नहीं हुई है। पीडीपी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ”कांग्रेस हमें किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करने के लिए मजबूर या बाध्य नहीं कर सकती।”

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने किया घोषणापत्र जारी
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को जारी अपने घोषणापत्र में 12 ‘गारंटी’ की घोषणा की, जिनमें अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के साथ-साथ 2000 में तत्कालीन विधानसभा द्वारा पारित स्वायत्तता प्रस्ताव का कार्यान्वयन शामिल हैं।
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र में सभी राजनीतिक कैदियों के लिए माफी और कश्मीरी पंडितों की घाटी में सम्मानजनक वापसी का भी वादा किया गया है। पार्टी द्वारा अपने चुनावी घोषणापत्र में किए गए अन्य वादों में 200 यूनिट मुफ्त बिजली, पानी के संकट से राहत और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को हर साल 12 एलपीजी सिलेंडर मुफ्त उपलब्ध कराना शामिल है।
एक लाख युवाओं को नौकरियां देने का वादा
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सत्ता में आने के 180 दिनों के भीतर एक लाख युवाओं को नौकरियां देने और सरकारी विभागों में सभी रिक्तियों को भरने का वादा किया। घोषणापत्र जारी करते हुए नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पार्टी केवल वही वादे कर रही है जिन्हें वह पूरा कर सकती है। घोषणापत्र में कहा गया, ‘‘हम अनुच्छेद 370-35ए को बहाल करने तथा पांच अगस्त 2019 से पहले की स्थिति की तरह राज्य का दर्जा बहाल करने का प्रयास करेंगे।’’