पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के करीब रहे पूर्व भाजपा नेता सुधींद्र कुलकर्णी ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को समर्थन दिया है। इतना ही नहीं वह कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ 7.5 किलोमीटर पैदल भी चले हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के साथ अपनी तस्वीर शेयर कर लिखा है, ”आज दोपहर हरियाणा में मैं भारत जोड़ो यात्रा में एक तपस्वी (राहुल गांधी) के साथ 7.5 किलोमीटर चला।”

कौन हैं सुधींद्र कुलकर्णी?

पूर्व भाजपा विचारक सुधींद्र कुलकर्णी ने IIT बॉम्बे से पढ़ाई की है। उन्होंने पत्रकार के रूप में भी काम किया है। वह मुंबई से निकलने वाले टैब्लॉयड Blitz के संपादन का काम कर चुके हैं।

कुलकर्णी औपचारिक रूप से साल 1996 में भाजपा में शामिल थे। वह 80 के दशक के अंत में वाजपेयी और आडवाणी से जुड़े थे। यह राम जन्मभूमि आंदोलन शुरू होने का दौर था।

अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वह उनका भाषण लिखने लगे थे। उन्होंने औपचारिक रूप से पीएमओ में कम्युनिकेशन एंड रिसर्च के डायरेक्टर के रूप में काम किया।

साल 2005 में आडवाणी द्वारा जिन्ना को धर्मनिरपेक्ष बताए जाने पर खूब बवाल हुआ था। बताया जाता है कि उस भाषण को कथित तौर पर कुलकर्णी ने लिखा था। इस हंगामे के बाद कुलकर्णी ने औपचारिक रूप से बीजेपी छोड़ दी।

साल 2009 में कुलकर्णी फिर से भाजपा से जुड़े। वह 2009 के लोकसभा चुनावों में आडवाणी की कोर टीम का हिस्सा बने। इसी चुनाव में आडवाणी भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार थे। चुनाव में मिली हार के बाद कुलकर्णी ने भाजपा की रणनीतियों और इसमें आरएसएस के हस्तक्षेप की आलोचना की। उनका मानना था कि आडवाणी आरएसएस के कारण प्रधानमंत्री नहीं बन सके।

कुलकर्णी ने 2014 में नरेंद्र मोदी भाजपा का प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध किया। नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से कुलकर्णी ने लगातार भाजपा विरोधी बयान देते रहे हैं।

इससे पहले आखिरी बार सुधींद्र कुलकर्णी तब चर्चा में आए थे, जब साल 2015 में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनके मुंह पर कालिख पोत दिया था। दरअसल कुलकर्णी ने अपने किताब के विमोचन में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी को भी बुला लिया था, इससे शिवसेना नाराज थी।