लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया पर एक वीडियो मिला जो खूब शेयर किया जा रहा था। वीडियो में लोग एक-दूसरे को पीटते हुए नजर आ रहे हैं। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हरियाणा के सिरसा में भाजपा नेता की पिटाई का है। पड़ताल के दौरान हमने पाया कि वायरल हो रहा दावा झूठा है। ये वीडियो सिरसा में कांग्रेस के दो गुटों के बीच हुई मारपीट का है।

क्या है दावा?

X यूजर Shakti Kumar Mehta ने वायरल वीडियो शेयर किया।

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

अन्य उपयोगकर्ता भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने अपनी जांच की शुरुआत वीडियो को InVid टूल में अपलोड करके की और वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च चलाया।

रिवर्स इमेज सर्च के दौरान हमें पंजाब केसरी हरियाणा के आधिकारिक हैंडल पर एक यूट्यूब वीडियो मिला।

यह वीडियो वायरल वीडियो के जैसा ही था।

विवरण में बताया गया कि यह वीडियो वास्तव में उस समय का है जब कांग्रेस नेता चुनाव प्रचार के दौरान आपस में लड़ रहे थे।

हमें यही वीडियो अंबाला ब्रेकिंग न्यूज के फेसबुक पेज पर भी अपलोड किया हुआ मिला।

कैप्शन में लड़ाई में पहचाने गए दो समूहों के नाम भी बताए गए।

हमें एक कीफ्रेम भी मिला, जिसमें हम एक दुकान, ‘शर्मा मिष्ठान भंडार’ को देख सकते थे, हमने सिरसा के समैन गांव में इसकी खोज की और गूगल मैप पर यह मिला।

हमने स्टोर के मालिक को फोन किया, हालांकि मालिक को नहीं पता था कि वे लोग कौन थे, फिर भी उसने पुष्टि की कि घटना उनकी दुकान के सामने हुई थी।

इसके बाद हमने ‘अंबाला ब्रेकिंग न्यूज़’ के स्टाफ से संपर्क किया, जिन्होंने अपने पेज पर यह वीडियो पोस्ट किया था। टीम के राहुल ने पुष्टि की कि यह वीडियो सिरसा के एक गांव का है। वीडियो में दिख रहे लोग कांग्रेस के दो गुटों से हैं, एक कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा का और दूसरा कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा का।

निष्कर्ष: सिरसा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दो गुटों के बीच हुई मारपीट का वीडियो भाजपा नेता की पिटाई के रूप में वायरल हो रहा है। वायरल दावा झूठा है।