लाइटहाउस जर्नलिज्म को एक वीडियो मिला जो भारत में बड़े पैमाने पर शेयर किया जा रहा था। इस वीडियो को भारत में हाल ही में आई बाढ़ जैसी स्थिति से जोड़ा गया था। यूजर्स ने इसे पंजाब और उत्तराखंड का बताते हुए दावा किया कि मदद का इंतजार करते हुए एक पूरा परिवार बाढ़ में बह गया।

जांच के दौरान, हमने पाया कि यह वीडियो पुराना है और पाकिस्तान का है, जिसे गलत तरीके से भारत से जोड़ा जा रहा है।

क्या है दावा?

एक्स (X) यूजर इंद्रजीत गुर्जर ने इस वीडियो को अपने प्रोफाइल पर गलत दावे के साथ साझा किया।

अन्य यूजर भी इस वीडियो को भारत का बताकर साझा कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने वीडियो से प्राप्त की फ़्रेम पर ‘रिवर्स इमेज सर्च’ चलाकर जांच शुरू की।

हमें इंस्टाग्राम पर जुलाई में अपलोड की गई एक ‘रील’ मिली। कैप्शन में बताया गया था कि यह वीडियो पाकिस्तान का है।

हमें ‘theworldwatch.com‘ पर एक समाचार रिपोर्ट मिली।

रिपोर्ट में कहा गया था: ‘शुक्रवार को खैबर पख्तूनख्वा में स्वात नदी के उफान में एक परिवार के 10 सदस्यों सहित 18 लोग बह गए, जिसमें कम से कम नौ पर्यटक डूब गए और छह अन्य लापता हैं। बचाव दल ने तीन लोगों को नदी से जिंदा बाहर निकाला।’

हमें दो महीने पहले ‘आवाज इंडिया’ नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई खबर भी मिली।

डोमेल न्यूज (Domel News) ने भी इसी संबंध में एक रिपोर्ट अपलोड की थी।

हमें 27 जून, 2025 को अल जज़ीरा (Al Jazeera) द्वारा अपलोड की गई एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली।

निष्कर्ष: पाकिस्तान का पुराना वीडियो, जिसमें स्वात नदी में अचानक आई बाढ़ में एक ही परिवार के कई लोग बहते हुए दिखाई दे रहे हैं, उसे भारत का बताकर साझा किया जा रहा है। वायरल दावा गलत है।