लगभग दो दशक के बाद अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी हो गयी। क्रिस्टोफर डोनह्यू अंतिम सैनिक थे अमेरिका के जो सी-17 विमान में सवार हुए और उनकी वापसी के साथ ही अमेरिका का सैन्य अभियान समाप्त हो गया। खबरों के अनुसार अमेरिकी सेना की तरफ से कहा गया है कि डोनह्यू को अफगानिस्तान, इराक, सीरिया, लीबिया और पूर्वी यूरोप में अब तक 17 बार तैनात किया गया है।
डेली मेल की खबर के अनुसार 1992 में वेस्ट प्वाइंट से स्नातक होने के बाद, वह हार्वर्ड में यूएस आर्मी वॉर कॉलेज में फेलो के रूप में भी पढ़ाई कर चुके हैं। बाद में वो वाशिंगटन, डीसी चले गए, जहां उन्होंने पेंटागन में संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष के विशेष सहायक के रूप में कार्य किया था। इधर तालिबान ने देश से अमेरिकी बलों की पूर्ण वापसी के बाद अफगानिस्तान के पूरी तरह स्वतंत्र होने की घोषणा की। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार तड़के कहा ‘‘ सभी अमेरिकी सैनिक काबुल हवाईअड्डे से रवाना हो गए हैं और अब हमारा देश पूरी तरह स्वतंत्र है।’’
अमेरिका ने भी मंगलवार की समय-सीमा से पहले अपने सैनिकों की वापसी की पुष्टि की है, जिसके साथ ही, इस युद्धग्रस्त देश में करीब 20 साल की अमेरिकी सैन्य मौजूदगी समाप्त हो गयी है। तालिबान के लड़ाकों ने अमेरिकी विमानों को सोमवार देर रात रवाना होते देखा और फिर हवा में गोलियां चलायी और अपनी जीत का जश्न मनाया।
तालिबान ने निकाली ‘शव यात्रा’:अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान से वापसी के बाद तालिबान ने सड़कों पर उतर कर जश्न मनाया। इस दौरान तालिबान की तरफ से अमेरिका और नाटो सैनिकों की शव यात्रा निकाली गयी, इस शव यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। डेली मेल की खबर में दावा किया गया है कि तालिबानी लड़कों ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ नाटो के झंडे से लिपटे ताबूतों की शहर भर में परेड निकाली। हजारों लोगों ने तालिबान के झंडे लहराते हुए जश्न मनाया।
काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर तैनात तालिबान के एक लड़ाके हेमाद शेरजाद ने कहा, ‘‘आखिरी पांच विमान रवाना हो गए हैं और अब यह अभियान समाप्त हो गया है। अपनी खुशी बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है… हमारे 20 साल का बलिदान काम आया।’’ अमेरिका सेंट्रल कमान के जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने भी वाशिंगटन में अभियान सम्पन्न होने की घोषणा की और बताया कि काबुल हवाईअड्डे से देर रात तीन बजकर 29 मिनट (ईस्टर्न टाइम ज़ोन) पर आखिरी विमानों ने उड़ान भरी।