अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस महीने की 24-25 तारीख को दो दिवसीय यात्रा पर भारत जाएंगे। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी। उन्होंने बताया कि ट्रम्प और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस सप्ताहांत फोन पर बात की थी।

ग्रिशम ने कहा, ‘‘ सप्ताहांत में फोन पर हुई बातचीत में ट्रम्प और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहमति जताई कि यह यात्रा भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करेगी तथा अमेरिकी-भारतीय लोगों के बीच मजबूत एवं स्थायी संबंधों को रेखांकित करेगी।’’

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने बताया कि ट्रम्प की पत्नी मेलानिया ट्रम्प भी उनके साथ भारत जाएंगी। वे 24 और 25 फरवरी की इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान नयी दिल्ली और अहमदाबाद जाएंगे, जो मोदी का गृह नगर है और महात्मा गांधी की जिंदगी और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी 2010 और 2015 में भारत यात्रा पर जा चुके हैं।

दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम पर पूरा कवरेज, दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के लाइव अपडेट, विश्लेषण, सीटवार र‍िजल्‍ट…सब कुछ Jansatta.com पर।

‘इंडियास्पोरा’ के प्रमुख एम. आर. रंगास्वामी ने ‘भाषा’ से कहा, ‘‘ द्विपक्षीय व्यापार के मुद्दों को हल करने और अमेरिका-भारत के बीच सहयोग को रेखांकित करने के मद्देनजर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प सही समय पर भारत जा रहे हैं।’’ अमेरिकी-भारत रणनीतिक एवं भागीदारी मंच के प्रमुख मुकेश अघी ने कहा, ‘‘ क्षेत्र को यह संदेश देना जरूरी है कि भारत एक महत्वपूर्ण भागीदार है और राष्ट्रपति इसकी कद्र करते हैं।’’

इससे पहले ट्रम्प और मोदी के बीच सितम्बर में मुलाकात हुई थी, जब मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र में हिस्सा लेने अमेरिका गए थे। इससे कुछ दिन पहले दोनों नेताओं ने ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में एक साथ शिरकत की थी जिसमें 50,000 से अधिक अमेरिकी-भारतीय पहुंचे थे। पिछले साल अगस्त में जी7 शिखर सम्मेलन में भी दोनों नेता मिले थे।

इस बीच, कश्मीर मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभाने की पेशकश भी की लेकिन मोदी ने इसे देश का आंतरिक मामला बताते हुए ठुकरा दिया था। ट्रम्प की भारत यात्रा इस साल उनकी दूसरी विदेश यात्रा है। इससे पहले वह विश्व आर्थिक मंच के दो दिवसीय सम्मेलन में हिस्सा लेने स्विटजरलैंड के दावोस गए थे।