Afghan Border Security: पाकिस्तान के विदेश मंत्री (Pak Foreign Minister) बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने कहा कि अफगान सीमा (Afghan Border) पर हमलों को रोकने के लिए अमेरिका पाकिस्तान की मदद करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बढ़ाने के लिए अमेरिका पाकिस्तान को वित्तीय सहायता देगा।
वित्तीय मदद की कही बात
द डॉन के मुताबिक, विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले हफ्ते अमेरिकी कांग्रेस की अपनी यात्रा के दौरान दो वरिष्ठ सीनेटरों ने उन्हें बताया कि उन्हें सीमा सुरक्षा में पाकिस्तान मदद के लिए 2023 के बजट में वित्त पोषण प्रदान किया गया है। इनमें से एक सीनेटर बॉब मेनेंडेज विदेश संबंधों पर सीनेट समिति की अध्यक्षता करते हैं, जबकि सीनेटर लिंडसे ग्राहम न्यायपालिका पर सीनेट समिति के प्रमुख हैं।
पाकिस्तान में तालिबान के हमले हुए तेज
इससे पहले 19 दिसंबर को वाशिंगटन में एक समाचार ब्रीफिंग के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने पाकिस्तान को मदद की पेशकश की थी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान स्थित आतंकी समूहों ने हाल ही में पाकिस्तानी ठिकानों पर हमले बढ़ाए हैं। प्राइस ने कहा, “हमने अपने पाकिस्तानी दोस्तों के साथ साझेदारी की है ताकि उन्हें इस चुनौती का सामना करने में मदद मिल सके। हम सहायता के लिए तैयार हैं।”
बिलावल ने अमेरिकी नेताओं से की मुलाकात
बता दें कि बिलावल भुट्टो 14 से 21 दिसंबर के बीच वॉशिंगटन दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कई अमेरिकी नेताओं से मुलाकात की थी। यहां उन्होंने यूएन में जी-77 चीन के साथ एक मंत्रियों की कांफ्रेंस की भी अध्यक्षता की थी, जी-77 यूएन के अंतर्गत ही विकासशील देशों के लिए समझौते करने वाला एक अहम गुट है। बिलावल ने बताया कि अमेरिकी दौरे पर उन्होंने यहां सांसदों से पाकिस्तान को सीमा सुरक्षा के लिए फंड्स मुहैया कराने पर बात की थी।
बिलावल ने पीएम मोदी पर की थी विवादित टिप्पणी
अपने वॉशिंगटन दौरे के दौरान बिलावल भुट्टो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसका भारत में बड़े स्तर पर विरोध किया गया था। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी को “गुजरात का कसाई” बताया था। उन्होंने कहा था कि 2002 में 2,000 से ज्यादा मुसलमानों के नरसंहार के लिए दंडित किए जाने के बजाय, उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया गया।
