US Presidential Election 2020: अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी सफलता की कगार पर खड़े हुए हैं लेकिन ऐसे में भी वे मुंबई के रहने वाले अपने एक दूर के रिश्तेदार से मिलना चाहते हैं जिन्होंने 1972 में उन्हें पहली बार सीनेटर चुने जाने पर शुभकामना सन्देश भेजा था। जो बाइडेन के इन रिश्तेदार का उपनाम भी बाइडेन ही है। इसलिए जो बाइडेन उनका जिक्र करते हुए उन्हें ‘बाइडेन फ्रॉम मुंबई’ कहकर संबोधित करते हैं।
हालाँकि उन्हें आज तक अपने रिश्तेदार से न मिल पाने का मलाल है। वे सीनेटर बनने के समय ही उनसे मिलना चाहते थे लेकिन पारिवारिक और राजनितिक कारणों से ऐसा संभव न हो सका। आज पांच दशक बाद भी वह अपनी इस इच्छा को पूरी करना चाहते हैं और जब भी किसी भारतीय-अमेरिकी या भारतीय नेता से मुलाकात करते हैं तो ‘बाइडेन फ्रॉम मुम्बई’ का जिक्र जरूर करते हैं।
अमेरिका के उप राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली भारत यात्रा पर 24 जुलाई 2013 को मुम्बई में ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ में लोगों को संबोधित करते हुए भी उन्होंने ‘बाइडेन फ्रॉम मुम्बई’ की कहानी लोगों को सुनाई थी। बाइडेन ने लोगों से कहा था, ‘‘ भारत वापस आना और यहां मुम्बई में होना, सम्मान की बात है। 1972 में जब मैं 29 साल का था और अमेरिकी सीनेट चुना गया था तब मुझे एक पत्र मिला था, जिसका जवाब ना देने का मुझे आज भी अफसोस है। शायद दर्शक में बैठा कोई वंशावली विशेषज्ञ मेरी मदद कर सके। मुझे मुम्बई से बाइडेन नाम के एक सज्जन पुरुष का पत्र मिला था, जिसमें उसने कहा था कि हम दोनों का एक-दसरे से कोई रिश्ता है।’’
बाइडेन ने कहा, ‘‘शायद हमारे पूर्वर्जों का कोई संबंध हो या 1700 में ‘ईस्ट इंडिया ट्रेडिंग कम्पनी’ में काम करने के लिए कोई मुम्बई आया हो।’’ इसके कुछ साल बाद वाशिंगटन डीसी में भी एक भाषण के दौरान बाइडेन ने कहा था कि उनके पूर्वज एक थे, जिन्होंने ‘ईस्ट इंडिया कम्पनी’ के लिए काम किया और जो तब भारत गए थे।
21 सितम्बर 2015 को यूएस- इंडिया बिज़नेस काउंसिल को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि ‘बाइडेन फ्रॉम मुम्बई’ और मेरे पूर्वज शायद एक ही व्यक्ति रहे हों। जो 1848 में जो ‘ईस्ट इंडिया टी कम्पनी’ के लिए काम करते थे। उन्होंने शायद किसी भारतीय महिला से शादी कर ली और भारत में ही रह गए। 2013 में उन्होंने मुंबई के अपने भाषण में भारत से अपने इस जुड़ाव के कारण लोगों से कहा कि मैं भारत से भी चुनाव लड़ सकता हूँ। यह सुन कर श्रोताओं में हंसी की लहर दौड़ गई।