ब्रिटेन के पीएम डेविलड कैमरन ने कहा है कि वे अक्‍टूबर में अपने पद से इस्‍तीफा दे देंगे। ब्रिटेन वासियों ने एक जनमत संग्रह में उनकी अपील को दरकिनार करते हुए यूरोपियन यूनियन से अलग होने का फैसला किया है। कैमरन ने शुक्रवार को अपने डाउनिंग स्‍ट्रीट ऑफिस के बाहर कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मेरे लिए यह सही रहेगा कि मैं देश की नैया को अगले गंतव्‍य तक ले जाने के लिए कैप्‍टन बना रहूं।’ बेहद उदास नजर आ रहे कैमरन ने हालांकि और कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन यह माना जा रहा है कि उनकी कंजरवेटिव पार्टी अक्‍टूबर में होने वाली सालाना कॉन्‍फ्रेंस में नए लीडर की घोषणा करेगी।

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कैमरन ने कहा, ‘मैंने यह फैसला हल्‍के में नहीं लिया था। मेरा भरोसा था कि देशहित में कुछ वक्‍त तक स्‍थायित्‍व जरूरी है। इसलिए अब देश को नई लीडरशिप की जरूरत है। मुझे लगता है कि नए पीएम के लिए यह फैसला लेना सही रहेगा कि आर्टिकल 50 का इस्‍तेमाल कब करना है और यूरोपियन यूनियन से अलग होने की प्रक्रिया कब शुरू करनी है।’

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बता दें कि ब्रिटेन के लोगों ने शुक्रवार (24 जून) को यूरोपिय संघ (EU) से बाहर होने का फैसला किया। ब्रिटेन के इस फैसले से खाली ब्रिटेन ही नही बल्कि बाकी दुनिया पर भी असर होगा और उससे भारत भी अझूता नहीं है। भारत पर इस फैसले का मिला-जुला असर देखने को मिलेगा। शेयर मार्केट के हिसाब से जहां यह ठीक नहीं है, वहीं आने वाले वक्त में इससे व्यापार के नए रास्ते खुल सकते हैं। हालांकि, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आश्वासन दिया है कि उनकी तरफ से किसी भी संकट से निपटने के लिए प्लान बना लिया गया है।

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